गया में 17 सितंबर से पितृपक्ष मेला शुरू होने जा रहा है। शासन-प्रशासन की ओर से तैयारी की जा रही है। देश-विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों को पिंडदान करने के बाद जब वह वापस लौटेंगे तो उन्हें उपहार स्वरूप गंगाजल का दिया जाएगा। ताकि वे तीर्थ यात्री अपने
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गौरतलब है कि पितृपक्ष मेला शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मेला क्षेत्र में तैयारी का जायजा लेने के लिए पहुंचे थे। मेला क्षेत्र के जायजा लेने के बाद गया समाहरणालय के सभागार में सभी विभागों के अधिकारी, अन्य समाज सेवियों व गयापाल पण्डा के साथ बैठक की थी। नीतीश कुमार ने बैठक में कहा था कि इस बार तीर्थ के लिए गंगाजल का पैकेट उपहार स्वरूप दिया जाए। यह एक अच्छा संदेश भी जाएगा।
पैकेजिंग होने के बाद 17 सितंबर से मेला क्षेत्र में सरकारी स्टॉल लगाया जाएगा जहां से गंगाजल तीर्थ यात्रियों के बीच वितरण किया जाएगा।
10 हजार तीर्थ यात्रियों को गंगाजल दिया जाएगा
आदेश में कहा गया है कि एक दिन में कम से कम 10 हजार तीर्थ यात्रियों को गंगाजल उपहार स्वरूप दिया जाएगा। हालांकि इसको लेकर मगध दूध उत्पादक सुधा डेयरी के अधिकारियों ने अपने कर्मचारियों के साथ बैठक की है। इसकी तैयारी में भी वे जुट गए है। लेकिन गंगा का जल शीशी में या फिर जार में या फिर पालीथिन में पैकड होगा। इस बात पर अभी मुहर नहीं लगी है।
जल संसाधन विभाग के अभियंता ने बताया कि डीएम का आदेश आया है। इस मसले पर फाइनल निर्णय होना है। एमडी इसे कल तक फाइनल कर देंगे।
गंगाजल पैकेजिंग मगध दूध उत्पादक सुधा डेयरी में होगा
गंगाजल पैकेजिंग मगध दूध उत्पादक सुधा डेयरी में किया जाएगा। सुधा डेयरी को जल संसाधन विभाग मुहैया कराएगा। जिला प्रशासन ने इस बाबत एक लेटर जारी कर दिया है। जल संसाधन विभाग और सुधा डेयरी प्रबंधन को आपस में समन्वय स्थापित कर जल्द से जल्द कार्य को पूरा करने का भी निर्देश दिया गया है। जल संसाधन विभाग के ट्रीटमेंट प्लांट में सुधा डेयरी के टैंकर जाएंगे और वे वहां से अपने संस्थान में लेकर आएंगे। यहां गंगाजल की पैकिंग होगी।
गंगा जल की पूरी डिटेल दी जाएगी
डीएम डॉ. त्याग राजन ने बताया कि 200 एमल के प्लास्टिक पाउच में गंगा जल पैक किया जाएगा। उसके बाद उसे एक बैग में पैक किया जाएगा। जिस पर गंगा जल की डिटेल जानकारी होगी। इसकी तैयारी के बाबत आदेश दिया गया है। सुधा डेयरी प्रबंधन को इसे युद्ध स्तर पर पूरा करने को कहा गया है।