Tulsi Ka Kala Padna : भारत में तुलसी को बहुत ही पवित्र और शुभ माना जाता है. इसे घर में लगाने से सकारात्मक ऊर्जा आती है और नकारात्मक असर कम होता है. लेकिन अगर यही तुलसी का पौधा धीरे-धीरे काला पड़ने लगे, तो यह एक सामान्य बात नहीं मानी जाती. कई बार यह किसी बड़ी परेशानी या आने वाले संकट का संकेत भी हो सकता है. क्या है इस घटना का संकेत आइए जानते हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा.
क्यों काला पड़ता है तुलसी का पौधा?
तुलसी का पौधा अगर बिना किसी साफ वजह के सूखने लगे या काला पड़ जाए, तो इसे केवल मौसम या देखभाल की कमी मानकर छोड़ देना ठीक नहीं होता. कुछ खास वजहें होती हैं जो इसे प्रभावित करती हैं. ज्योतिष और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह कई तरह के संकेत देता है.
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नकारात्मक ऊर्जा और पितरों का असर
अगर घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ने लगती है या वहां किसी तरह की बुरी शक्ति का असर होता है, तो तुलसी सबसे पहले उसका असर दिखाने लगती है. तुलसी का काला पड़ना यह बताता है कि घर का वातावरण बिगड़ रहा है. साथ ही, अगर पितरों की आत्मा को शांति नहीं मिली होती या पितृ दोष होता है, तो भी तुलसी सूखने लगती है.
धन से जुड़ी परेशानी का भी संकेत
तुलसी का पौधा अगर अच्छे से देखभाल करने के बाद भी मुरझा रहा है या काला हो रहा है, तो यह आर्थिक परेशानी का भी इशारा हो सकता है. वास्तु के अनुसार, तुलसी को हमेशा सही दिशा में लगाना चाहिए – जैसे उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा में. गलत दिशा में लगाने से नकारात्मक असर पड़ सकता है.
साफ-सफाई की अनदेखी न करें
तुलसी के आस-पास गंदगी या बासी चीजें रखना भी इसके सूखने की वजह बन सकता है. तुलसी बहुत पवित्र मानी जाती है, इसलिए इसके आस-पास साफ-सफाई होना जरूरी है. वहां जूते-चप्पल या कूड़ा-कचरा बिल्कुल न रखें.
तुलसी से जुड़े जरूरी नियम
1. सही समय पर जल चढ़ाएं – तुलसी को हर सुबह जल देना अच्छा होता है. लेकिन रविवार, संक्रांति, एकादशी और रात को तुलसी को जल नहीं चढ़ाया जाता.
2. पत्ते तोड़ने के नियम – इन दिनों में तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए, वरना घर में अशुभ असर हो सकता है.
3. सूखे पत्ते न चढ़ाएं – पूजा में केवल ताज़े और साफ पत्ते ही इस्तेमाल करें. सूखे या जमीन पर गिरे हुए पत्ते नहीं चढ़ाना चाहिए.
4. तुलसी को अकेला न रखें – तुलसी के पास दीपक, जल पात्र या कोई और पौधा ज़रूर रखें. इससे वहां की ऊर्जा संतुलित रहती है.
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5. साफ-सफाई बनाए रखें – तुलसी के पास का स्थान हमेशा साफ होना चाहिए. वहां धूल, गंदगी या कोई खराब चीज़ न हो.