काबुल19 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
भारत सरकार ने जलालाबाद का भारतीय दूतावास अप्रैल 2020 में बंद कर दिया था।
अफगानिस्तान के जलालाबाद में इंडियन कॉन्स्युलेट के लिए काम करने वाले अफगान कर्मचारियों पर मंगलवार शाम अज्ञात बंदूकधारियों ने हमला किया। यह हमला कर्मचारियों को लेकर जा रही गाड़ी पर किया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसमें कम से कम 3 कर्मचारियों की मौत हो गई है। इसके अलावा एक शख्स घायल भी हुआ है। ऐसा माना जा रहा है ये टारगेट किलिंग है लेकिन अभी तक किसी भी ग्रुप ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत सरकार स्थिति पर नजर रख रही है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले बताया गया है कि हमले में कोई भी भारतीय कर्मचारी मरा या घायल नहीं हुआ है।
अफगानिस्तान में तालिबान के आने से पहले ही सुरक्षा वजह से भारत ने दूतावास बंद कर दिए थे
भारत ने सुरक्षा वजहों से 4 साल पहले दूतावास बंद किया
जलालाबाद में भारतीय वाणिज्य दूतावास को सुरक्षा वजहों से आधिकारिक तौर पर 2020 में बंद कर दिया गया था। हालांकि इसका अफगान नागरिकों की एक छोटी सी टीम दूतावास से जुड़े कामकाज संभालती है।
भारत ने अफगानिस्तान में पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी के शासन के दौरान कई प्रोजेक्ट्स में लाखों डॉलर का निवेश किया था। हालांकि 2021 में तालिबान के आने के बाद भारत ने सभी वाणिज्य दूतावास बंद कर दिए। अभी सिर्फ काबूल में दूतावास चालू है जहां भारतीय कर्मचारी रहते हैं।
तालिबान को भारत ने नहीं दी है मान्यता
भारत ने अभी तक तालिबान शासन को मान्यता नहीं दी हुई है। हालांकि, भारत समय-समय पर अफगान लोगों को गेहूं, दवाएं और चिकित्सा समेत मानवीय सहायता मुहैया करा रहा है।
तालिबान लगातार दुनिया से उसे मान्यता देने की मांग करता रहा है। तालिबान का आरोप है कि उन्होंने मान्यता हासिल करने के लिए सभी जरूरतों को पूरा कर लिया है। इसके बावजूद अमेरिका के दबाव में आकर दूसरे देश हमें मान्यता नहीं दे रहे हैं।