धनबाद, 25 दिसंबर: राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर, अशोक नगर, धनसार में आयोजित दो दिवसीय वार्षिकोत्सव का समापन बुधवार को भव्यता के साथ हुआ। इस मौके पर विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा और कला का प्रदर्शन कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के साथ-साथ बच्चों के सर्वांगीण विकास को प्रोत्साहन देना था।
मुख्य अतिथि और वक्ता के विचार
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, विनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर डॉ. अजीत कुमार ने कहा, “विद्या मंदिर के बच्चे अपनी कर्मठता और सहनशीलता के लिए विश्वभर में जाने जाते हैं। विद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रहा है।”मुख्य वक्ता, विद्या विकास समिति झारखंड के प्रदेश सचिव अजय कुमार तिवारी ने संस्कार और शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “विद्या मंदिर न केवल शिक्षा बल्कि बच्चों में संस्कार और अनुशासन का संचार करता है। यह विद्यालय बच्चों को परिवार और समाज के प्रति जिम्मेदारी का एहसास कराता है।”
विद्यालय प्रशासन की भूमिका
विद्यालय के अध्यक्ष विनोद कुमार तुलस्यान ने कहा, “हमारा विद्यालय बच्चों के विकास के लिए सतत प्रयासरत है। हमारे पूर्व छात्र देश-विदेश में ऊंचे पदों पर आसीन हैं।” सचिव संजीव अग्रवाल ने बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए खेल, संगीत, अभिनय, और अन्य रचनात्मक गतिविधियों को प्राथमिकता देने की बात कही।
प्राचार्य का वक्तव्य
विद्यालय के प्राचार्य सुमंत कुमार मिश्रा ने कहा, “राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर बच्चों के रचनात्मक विकास पर विशेष ध्यान देता है। यहां उन्हें स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए प्रेरित किया जाता है, जिससे उनकी क्षमताओं का निरंतर विकास होता है।”
प्रतिभागियों और दर्शकों की भागीदारी
दो दिवसीय कार्यक्रम में विद्यालय के लगभग 4000 लोग शामिल हुए। बच्चों ने नृत्य, संगीत, अभिनय, और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोह लिया। मंच संचालन का जिम्मा अनीशा लोहानी, सिमरन, आस्था, प्रिंस, और श्रेया सहित अन्य छात्रों ने संभाला। कार्यक्रम में संरक्षक शंकर दयाल बुधिया, उपाध्यक्ष रविंद्र कुमार पटनिया, सचिव संजीव अग्रवाल, सहसचिव दीपक रुईया, और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
सफल आयोजन के लिए सराहना
समारोह का समापन शिक्षकों, अभिभावकों, और छात्रों के सामूहिक प्रयासों की सराहना के साथ हुआ। सभी ने कार्यक्रम की भव्यता और इसके सफल आयोजन के लिए विद्यालय प्रबंधन की प्रशंसा की।यह वार्षिकोत्सव शिक्षा और संस्कार के उत्कृष्ट मिश्रण का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करता है।