मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रोड डेवेलपमेंट कॉर्पोरेशन के संचालक मंडल की बैठक ली।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि सड़कों के निर्माण में क्वालिटी के साथ भविष्य की जरूरतों को विशेष रूप से ध्यान में रखा जाए। इनका निर्माण टिकाऊ, सुरक्षित और आधुनिक मानकों के अनुरूप हो। सड़क परियोजनाओं के निर्माण में तय समय-सीमा का पालन किया जाए,
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मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि निर्माण कार्यों में पारदर्शिता और तकनीकी दक्षता का ध्यान रखें। सड़क निर्माण में नवीन तकनीकों को अपनाया जाए और पर्यावरणीय मानकों का पालन कर पारिस्थितिकीय संतुलन का भी ध्यान रखा जाए।
एक साल में 1425 किमी सड़कें बनेंगी
रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के प्रबंध संचालक भरत यादव ने बताया कि निगम द्वारा वर्ष 2024-25 में कुल 1586 करोड़ रुपए की लागत से 1127 किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण कराया गया। सड़क विकास के पूंजीगत कार्यों पर 2761.47 करोड रुपए एवं संधारण व मरम्मत कार्यों पर 280.79 करोड़ रुपए, इस प्रकार कुल 3042.29 करोड रुपए व्यय किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि चालू वित्त वर्ष के लिए 1425 किमी सड़क निर्माण का लक्ष्य लिया गया है। इस पर 3134 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। 35 प्रकार के सड़क निर्माण कार्यों के लिए 3443.72 करोड रुपए की निविदा स्वीकृति पत्र जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि भोपाल-जबलपुर राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 46 में नवीन प्रस्तावित एलाइन्मेंट के लिए कार्रवाई की जा रही है। इससे भोपाल-जबलपुर मार्ग की दूरी कम हो जाएगी।
परियोजनाओं की सफलता समर्पण, पारदर्शिता और टाइम मैनेजमेंट पर निर्भर
इसके पहले जल संसाधन विभाग की वृहद परियोजना नियंत्रण मंडल की बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. ने कहा कि परियोजनाओं की सफलता का मूल मंत्र समर्पण, पारदर्शिता और समय प्रबंधन है। उन्होंने कहा कि अधूरी और लंबित परियोजनाओं पर विशेष ध्यान देते हुए कार्य में तेजी लाई जाए, जिससे जनहित में समय रहते लाभ पहुंचाया जा सके।
बैठक में बताया गया कि भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) पेट्रोकेमिकल परियोजना के लिए महुता घाट के डाउनस्ट्रीम में बैराज एवं संबंधित कार्यों का निर्माण कराया जाएगा। विदिशा एवं सागर जिले में इस परियोजना के तहत 42.94 मिलियन घन मीटर जल संग्रहण क्षमता वाला बांध निर्माण किया जाएगा। कुल 229.78 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाली इस वृहद परियोजना में 6.6 किमी लम्बाई की पाइप लाइन बिछाने का काम, पम्प हाउस एवं इंटेकवेल के निर्माण सहित 1.25 मेगावाट के पम्प हाउस का निर्माण कार्य भी कराया जाएगा। यह सम्पूर्ण कार्य अगले 33 माह में पूरा किया जाएगा।
उज्जैन जिले के गोठड़ा से शनि मंदिर तक कान्ह नदी के दोनों ओर तटों पर घाटों का निर्माण (कुल लम्बाई लगभग 29.21 किमी) एवं क्षिप्रा नदी के बाएं एवं दाएं तट पर शनि मंदिर से नागदा बायपास तक घाट निर्माण कार्य एवं कान्ह नदी पर पंथ पिपलई, जमालपुरा, गोठड़ा स्टॉप डेम, पिपलिया राधौ बैराज नम, रामवासा बैराज नं. 2 का स्टॉप डेम का निर्माण कार्य एवं क्षिप्रा नदी पर किथोदाराव बैराज का निर्माण कार्य एवं उन्डासा और जस्ताखेड़ी तालाब का मरम्मत कार्य और दुर्गादास की छतरी के पास सीसी रोड का निर्माण कार्य किया जाएगा। कुल 593.62 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाली यह वृहद परियोजना अगले 30 माह में पूरी की जाएगी।