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पंजाब सरकार की ओर से चलाए जा रहे “युद्ध नशों के विरुद्ध’ अभियान के तहत शनिवार को शहर की विभिन्न संस्थाओं की ओर से गांव शेखों के नशा मुक्ति केंद्र में बैठक की गई। इसमें सीपी धनप्रीत कौर समेत अन्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
सीपी ने एनजीओ के सदस्यों से नशे के आदी लोगों और उनके परिजनों से मिलकर उनकी काउंसलिंग करने की भी बात कही, ताकि वे नशा छोड़कर सामान्य जीवन व्यतीत कर सके।
जालंधर की एनजीओ में जालंधर वेलफेयर सोसायटी, अल्फा महेन्द्रू फाउंडेशन, आखिरी उम्मीद, अलायंस क्लब इंटरनेशनल, लायंस क्लब इंटरनेशनल व अजीत सिंह फाउंडेशन सोसायटी शामिल हुईं।
इस मौके पर सीपी ने कहा कि पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस का लक्ष्य राज्य को नशा मुक्त बनाना है। उन्होंने इसके लिए एनजीओ से भी सहयोग की अपील की।
सीपी ने कहा कि कुछ लोग अपने बच्चों या परिवार के सदस्य का नशा तो छुड़ाना चाहते हैं, लेकिन प्राइवेट में इलाज काफी मंहगा है जबकि पूरे पंजाब में सरकार द्वारा चलाए जा रहे नशा मुक्ति केंद्रों में बिल्कुल मुफ्त इलाज किया जाता है और ऐसे लोगों को सिलाई, इलेक्ट्रीशियन, मोबाइल रिपेयरिंग, कंप्यूटर लैब समेत अन्य कोर्स करवाए जाते हैं, ताकि जब वह नशा मुक्ति केंद्र से वापस जाएं, तो अपने और अपने परिवार के लिए रोजी रोटी कमा सकें।
बैठक में एडीसीपी सुखविन्दर सिंह, डॉक्टर अभय सिंह व उप मंडल न्यायाधीश और नोडल अफसर विवेक कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इस मौके पर अल्फा महेन्द्रू फाउंडेशन के अध्यक्ष रमेश महेंद्रू, महासचिव जसविंदर सिंह धीरज, अजीत सिंह फाउंडेशन सोसायटी से रमनप्रीत कौर, जालंधर वेलफेयर सोसायटी से महासचिव सुरिंदर सैनी, लायंस क्लब इंटरनेशनल से पूर्व गवर्नर परमजीत सिंह चावला व दमनदीप सिंह, अलायंस क्लब इंटरनेशनल से पूर्व गवर्नर जीएस जज, आखिरी उम्मीद से जतिंदर पाल सिंह, परमिंदर सिंह, परमजीत सिंह व नितिन सेठी, पंजाब पुलिस से राजिंदर मेहता, शमशेर सिंह व अन्य लोग मौजूद रहे।