हरियाणा के नारनौल में गांव खटोटी में एक टेलर की दुकान पर लोगों की डाक मिलने का मामला सामने आया है। टेलर की दुकान पर वहां का डाकिया गांव की सभी डाक रखकर चला जाता था। वहीं ग्रामीणों ने वहां से डाक एकत्र नहीं की। जिसके कारण कई महीनों की डाक वहां रखी हुई
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गांव खटोटी सुल्तान के सुरेंद्र कुमार पंडित ने मुख्य डाकघर में शिकायत की थी कि हमीदपुर पोस्ट आफिस का डाकिया संतोष कई वर्षों से गांव में रोहतास नामक टेलर की दुकान पर ग्रामीणों की डाक छोड़कर चला जाता है, वह गांव में डोर टू डोर डाक वितरित नहीं करता। जिसके कारण ग्रामीणों को समय पर डाक नहीं मिलती। इससे ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है। इसकी वजह से ग्रामीण यहां वहां चक्कर भी काटते हैं।
शिकायत के बाद पहुंचे अधिकारी
शिकायत मिलने के बाद नारनौल मुख्य डाकघर से डाक अधिकारी दीपक यादव बताए गए टेलर की दुकान पर पहुंचे। जहां पर रोहतास टेलर की दुकान से 34 डाक रखी हुई पाई गई। इन सभी डाक का रिकार्ड बनाकर अधिकारी ने संबंधित लोगों को फोन कर डाक पहुंचाई।
टेलर की इस दुकान में रख जाता था डाकिया डाक
बैंक की कापी, चेक बुक ज्यादा
टेलर की दुकान पर मिली हुई डाक में बैंक की कापी व चेक बुक ज्यादा है। एक व्यक्ति की तो 100 पेज की चेक बुक वहां से मिली है। जिसका कोई भी दुरुपयोग हो सकता था। इसके अलावा आधार कार्ड व अन्य डाक भी वहां से मिली हैं। इनमें सरकारी विभागों व बैंकों द्वारा भेजी गई डाक ज्यादा हैं।
टेलर द्वारा दिया गया बयान
कई दिनों से नहीं पहुंचा रहा डाक
शिकायतकर्ता सुरेंद्र पंडित ने बताया कि वहां का डाकिया कई दिनों से डाक लोगों के घर-घर जाकर नहीं पहुंचा रहा। वह केवल टेलर की दुकान पर आता तथा वहीं डाक डालकर चला जाता। इस बारे में टेलर ने भी उसको मना किया, लेकिन वह नहीं माना। टेलर की दुकान पर डाक आने की कुछ ही ग्रामीणों को जानकारी थी, जो वहां से अपनी डाक ले जाते
मामले की होगी जांच, रिपोर्ट बना उच्चाधिकारियों को भेजी
इस बारे में जांच करने गए डाकघर के मेल ओवरसियर दीपक यादव ने बताया कि उन्होंने दुकान से 34 डाक बरामद की हैं, जो लोगों तक नहीं पहुंची थी। इस बारे में उन्होंने रिपोर्ट बना उच्चाधिकारियों को भेज दी है।