नीमच में उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाई गई महाराणा प्रताप जयंती
नीमच में गुरुवार को वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाई गई। ग्वालटोली स्थित महाराणा प्रताप चौक पर जिले भर से राजपूत समाज के लोग एकत्र हुए।
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सुबह से ही चौराहे पर गहमागहमी का माहौल रहा। समाज के वरिष्ठजनों और युवाओं ने महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। पूरे क्षेत्र में “महाराणा प्रताप अमर रहें” और “जय राजपूताना” के नारे गूंजे।
वक्ताओं ने महाराणा प्रताप के जीवन संघर्ष और बलिदान को याद किया। उन्होंने बताया कि महाराणा प्रताप ने मुगलों की अधीनता कभी स्वीकार नहीं की।
विषम परिस्थितियों में भी उन्होंने मातृभूमि की स्वतंत्रता के लिए आजीवन संघर्ष किया। उनके त्याग, स्वाभिमान और दृढ़ संकल्प की गाथाएं आज भी प्रेरणा स्रोत हैं।
नीमच के ग्वालटोली चौक पर गूंजे ‘महाराणा प्रताप अमर रहें’ के नारे
समाज के प्रतिनिधियों ने कहा कि महाराणा प्रताप के आदर्शों को नई पीढ़ी तक पहुंचाना आवश्यक है। इससे युवा राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सकेंगे।
समारोह में समाज के कई गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया। सभी ने महाराणा प्रताप को श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
यह आयोजन समाज की एकता और भाईचारे का प्रतीक बना। साथ ही इसने राजपूत समाज की गौरवशाली विरासत और संस्कृति के प्रति निष्ठा को भी प्रदर्शित किया।