पुलिस द्वारा बरामद किये गए गोवंश।
हरियाणा के नूंह जिले में ईद से पहले जहां जिला प्रशासन और पीस कमेटी के सदस्यों की बैठक व क्षेत्रीय नेताओं द्वार लोगों से ईद के मौके पर गौ हत्या नहीं करने की अपील की गई थी ,लेकिन यहां जिला प्रशासन और स्थानीय नेताओं की अपील का कोई असर देखने को नहीं मिला
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गोरक्षा दल के सदस्यों की सूचना पर पुलिस ने की छापेमारी
रेवाड़ी के गोकलपुर व नूंह के मोहम्मदपुर की गोरक्षा दल टीम के दो सदस्यों ने पुलिस को गांव झिमरावट के जंगलों में गोकशी किए जाने की सूचना दी। इन्होंने पुलिस टीम को बताया कि आरोपियों ने अभी भी मौके पर बड़ी संख्या में गोवंश को वध करने के लिए कैद किया हुआ है। सूचना को सही मान पुलिस टीम ने हैड कांस्टेबल हरिकिशन के नेतृत्व में रविवार की सुबह करीब पांच बजे छापेमारी की। गोकशी में लिप्त आरोपी पुलिस टीम को देखकर मौके से भागने लगे। पुलिस टीम व गोरक्षा दल के सदस्यों ने इन्हें पकड़ने का खूब प्रयास किया, लेकिन आरोपी गहरे जंगल में फरार हो गए।
16 जिंदा गोवंश व एक कटी हुई गाय बरामद
पुलिस ने मौके से एक काटी हुई गाय के शरीर का ढ़ांचा (मुंह, खाल, सींग, पूंछ व हड्डियां) बरामद कर लिया। इसके साथ ही यहां बंधक बनाकर रखे गए 16 गोवंश को मुक्त भी करवाया गया है। पिनगवां थाना पुलिस के अनुसार गोकशी करने वालों की पहचान अनीस, आसू, जफरू, लाला, जानू, वसीम व रोबिन के तौर पर हो गई है। सभी आरोपी झिमरावट गांव के ही रहने वाले हैं। पुलिस के मुताबिक अगर टीम थोड़ी देर और नहीं पहुंचती तो आरोपी सभी गोवंश का वध कर देते। फिलहाल पुलिस ने सभी के खिलाफ हरियाणा गोवंश संरक्षण एवं संवर्धन एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है। जल्द ही पुलिस आरोपियों को पकड़ने की बात कह रही है।