अमृतसर के मजीठा में धमाके के बाद पुलिस ने थाने का गेट बंद कर दिया है।
पंजाब के अमृतसर में मजीठा में थाने के अंदर बुधवार की देर 10.05 बजे धमाका हुआ। धमाका इतना जोरदार था कि थाने की खिड़कियों के शीशे टूट गए। ब्लास्ट पुलिस स्टेशन के गेट के पास खुली जगह में हुआ। घटना के बाद थाने के गेट बंद कर दिए गए।
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शुरुआती जानकारी के अनुसार थाने के अंदर हैंडग्रेनेड फेंका गया है। हालांकि अभी इसकी किसी अधिकारी ने पुष्टि नहीं की है।
धमाके की सूचना मिलते ही मजीठा के DSP जसपाल सिंह ढिल्लों मौके पर पहुंच गए। घटना के वक्त थाने में कई मुलाजिम मौजूद थे। घटना में किसी तरह का नुकसान हुआ या नहीं, यह जानकारी नहीं मिल पाई।
मामले की गंभीरता को भांपते हुए पंजाब पुलिस की बॉर्डर रेंज के DIG सतिंदर सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे। उधर, अमृतसर रूरल पुलिस के SSP चरणजीत सिंह ने कहा कि धमाके की आवाज आई है। पुलिस जांच कर रही है।
इससे पहले बुधवार सुबह ही अमृतसर में गोल्डन टेंपल के बाहर पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल को मारने की कोशिश की गई थी। इसके बाद से पूरे पंजाब में पुलिस हाईअलर्ट है।
अमृतसर का मजीठा पुलिस थाना, जहां पर ब्लास्ट हुआ।
धमाके के बाद मजीठा में थाने के गेट बंद कर दिए गए।
6 दिनों में चौकी-थाने में दूसरा धमाका अमृतसर जिले में 6 दिनों के अंदर पुलिस चौकी और थाने में धमाके की ये दूसरी घटना है। 29 नवंबर की रात अमृतसर शहर की गुरबख्श नगर चौकी में धमाका हुआ था। इस चौकी को कुछ दिन पहले बंद किया जा चुका है।
इसके अलावा अमृतसर में 23-24 नवंबर की रात को अजनाला थाने के बाहर IED भी प्लांट किया गया था, जो तकनीकी खराबी के कारण फटा नहीं। पुलिस को ये IED सुबह मिली थी। ये IED भी बब्बर खालसा इंटरनेशनल के आतंकी हैप्पी पासिया और गोपी नवांशहरिया ने रखवाई थी। सीसीटीवी फुटेज में बाइक पर आए 2 युवक थाने के एक साइड पर IED रखते और उसका डेटोनेटर थाने के दरवाजे पर लगाते नजर आए थे। ताकि कोई थाने का दरवाजा खोले तो ब्लास्ट हो जाए।
चंडीगढ़ में भी 2 बार धमाके किए गए चंडीगढ़ में भी 3 महीने में 2 ब्लास्ट हो चुके हैं। 11 सितंबर को चंडीगढ़ के सेक्टर-10 की कोठी में पहला धमाका हुआ था। यहां शाम 6 बजे के करीब ऑटो में आए दो युवकों ने ग्रेनेड फैंका था। इसके बाद आरोपी फरार हो गए थे। पुलिस जांच में यह सामने आया था कि ग्रेनेड अटैक पाकिस्तान की इंटर सर्विस इंटेलिजेंस (ISI) के इशारे पर करवाया गया था। इसका मास्टरमाइंड पाकिस्तान में बैठा आतंकी हरविंदर रिंदा है।
इसके बाद 26 नवंबर को चंडीगढ़ के सेक्टर-26 में दो क्लबों के बाहर बम ब्लास्ट हुए थे। सेविले बार एंड लाउंज और डि’ओरा क्लब के बाहर बम फेकें गए थे। इससे क्लब के शीशे टूट गए। सेविले बार एंड लाउंज क्लब के मालिकों में मशहूर रैपर बादशाह भी पार्टनर हैं। इसकी जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग ने ली थी। हिसार में मुठभेड़ के दौरान बम फेंकने वाले दोनों आरोपी गिरफ्तार कर लिए थे।
सुखबीर सिंह बादल पर खालिस्तानी आतंकी ने फायरिंग की
आरोपी हाथ में पिस्टल लेकर सुखबीर बादल की तरफ भागा। तभी सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़ लिया और गोली दीवार पर जाकर लगी।
अमृतसर स्थित गोल्डन टेंपल में बुधवार को पंजाब के पूर्व डिप्टी CM सुखबीर सिंह बादल पर खालिस्तानी आतंकी ने फायरिंग की। सुखबीर बादल गोल्डन टेंपल के गेट पर सेवादार बनकर बैठे थे। डेरा सच्चा सौदा के मुखी राम रहीम को माफी देने को लेकर सिखों की सर्वोच्च अदालत अकाल तख्त ने उन्हें यह सजा दी है।
वारदात के वक्त हमलावर ने जैसे ही उन पर गोली चलाई, उसी समय सिविल वर्दी में तैनात उनके सुरक्षाकर्मियों ने उसका हाथ पकड़कर ऊपर उठा दिया। जिससे गोली गोल्डन टेंपल की दीवार पर जा लगी। इससे सुखबीर बादल बाल-बाल बच गए।
इसके बाद हमलावर ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ लिया। सुखबीर बादल को तुरंत सुरक्षा घेरे में ले लिया गया। गोल्डन टेंपल के बाहर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पुलिस ने बताया कि हमलावर का नाम नारायण सिंह चौड़ा है। वह गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक का रहने वाला है। पूरी खबर पढ़ें