पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) में सीनेट चुनाव को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। प्रबंधन ने संकेत दिए हैं कि इस महीने के अंत तक चुनाव की अधिसूचना जारी की जा सकती है। हालांकि, छात्रों का विरोध जारी है। उनका कहना है कि सीनेट में सुधार किसी भी सूरत में स्वीकार नही
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पीयू प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि सीनेट चुनाव सुधारों के तहत ही होंगे। नई सीनेट को बोर्ड ऑफ गवर्नेंस की तरह काम करना होगा। बताया जा रहा है कि इसमें कई बड़े बदलाव किए जाएंगे, जिसमें ग्रेजुएट और फैकल्टी कांस्टीट्यूएंसी को खत्म करना शामिल है। इसके अलावा अन्य कांस्टीट्यूएंसी में पदों की संख्या भी कम की जा सकती है।
छात्रों की हड़ताल जारी
प्रबंधन ने छात्रों से हड़ताल खत्म करने की अपील की है, लेकिन वे अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। छात्रों का कहना है कि सुधारों वाली सीनेट पूरी तरह केंद्रीकृत हो जाएगी और उसका संचालन मनोनीत सदस्यों द्वारा किया जाएगा, जिसे वे स्वीकार नहीं करते। जब तक बिना सुधारों के चुनाव की अधिसूचना नहीं हो जाती, तब तक छात्रों की हड़ताल जारी रहेगी।
एफआईआर वापस लेने की प्रक्रिया शुरू
धरने के दौरान जिन 14 स्टूडेंट्स पर एफआईआर दर्ज हुई थी, उसे वापस लेने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। प्रशासन का कहना है कि स्टूडेंट्स को अब धरना खत्म कर देना चाहिए, लेकिन प्रदर्शनकारी अपनी मांग पर अड़े हैं।
एलुमनाई मीट में हो सकती है घोषणा
21 दिसंबर को पीयू कैंपस में एलुमनाई मीट होने जा रही है, जिसमें देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ हिस्सा लेंगे। उम्मीद है कि इस मीटिंग के दौरान सीनेट चुनाव को लेकर कोई अहम घोषणा हो सकती है।
इस महीने के अंत तक अधिसूचना जारी होने की उम्मीद
पंजाब यूनिवर्सिटी की वीसी रेणु विग के मुताबिक, दिसंबर के अंत तक सीनेट चुनाव की अधिसूचना जारी हो सकती है।