भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की ओर से पटना विश्वविद्यालय को 100 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है। यह राशि उच्च शिक्षा विभाग ने पीएम उषा योजना के अंतर्गत दी है। पटना विश्वविद्यालय इस ग्रांट को पाने के लिए पहले से ही प्रयास कर रही थी। आवेदन दिया गया था।
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इसके बाद बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव को भारत सरकार के उच्च शिक्षा विभाग के सामने रखा था। शिक्षा मंत्रालय ने पटना यूनिवर्सिटी की एनआईआरएफ रैंकिंग, आधारभूत संरचना, शोध व अन्य कार्यों के लिए इस राशि को स्वीकृत किया है।
शोध और शिक्षा के स्तर को बेहतर करने के लिए विश्वविद्यालय लगातार प्रयासरत
राशि के स्वीकृत होने पर पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजय कुमार सिंह ने बताया कि पटना विश्वविद्यालय के आधारभूत संरचना और शोध तथा शिक्षा के स्तर को लगातार बेहतर करने की दिशा में विश्वविद्यालय प्रयासरत है। विश्वविद्यालय के शिक्षक और प्रशासनिक पदाधिकारी लगातार इस दिशा में कार्य कर रहे हैं।
इस वजह से पटना विश्वविद्यालय ने एनआईआरएफ के लिए पीएम उषा का यह 100 करोड़ का योगदान मिला है। आगे भी विश्वाविद्यालय को हर दिशा में मजबूत करना हमारी प्राथमिकता है। इस राशि से पटना विश्वविद्यालय को शैक्षणिक एवं शोध संरचना को और मजबूती मिलेगी।
इन राज्यों के विश्विद्यालयों ने लिया था भाग
इस ग्रांट को पाने के लिए बिहार के अलावा छत्तीसगढ़ उड़ीसा, उत्तर प्रदेश, केरल, मणिपुर, मेघालय, नागालैंड हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़ , आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु सहित कई अन्य राज्यों के विश्वविद्यालय प्रतिभागी थे। इसमें बिहार को आज ये ग्रांट दे दी गई है।