झारखंड के पलामू जिले में अवैध अफीम की खेती का एक बड़ा मामला सामने आया है। छतरपुर थाना क्षेत्र में कवल पंचायत के मुखिया और मुखिया संघ के प्रखंड अध्यक्ष अनुज कुमार सिंह की जमीन पर चार एकड़ में अफीम की खेती पाई गई।
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पुलिस को जब पौधों में फूल आने के बाद इस खेती की जानकारी मिली, तब कार्रवाई की गई। छतरपुर थाना पुलिस ने अंचल कार्यालय के कर्मियों के साथ मिलकर मौके पर पहुंचकर ट्रैक्टर से पौधों को नष्ट कर दिया। जांच में पता चला कि यह जमीन रामजन्म सिंह, परमेश्वर सिंह और नयन सिंह के नाम से हाल सर्वे खतियान में अवैध दखलकार के रूप में दर्ज है। इनकी मृत्यु के बाद मुखिया अनुज कुमार सिंह के दखल कब्जे में है।
छतरपुर के अंचलाधिकारी उपेंद्र कुमार ने बताया कि ग्रामीणों से कवल पंचायत के जंघबल गांव के लाम्बातर डैम के पास पोस्ता की खेती की सूचना मिली थी। 25 फरवरी को इस खेती को नष्ट किया गया। खतियान में दर्ज सभी व्यक्तियों की मृत्यु हो चुकी है और मुखिया अनुज कुमार सिंह ने इस जमीन पर अवैध खेती कराई।
क्षेत्र में अफीम की खेती का दायरा हर साल बढ़ता जा रहा है। पहले नक्सलियों के संरक्षण में यह खेती होती थी। अब सफेदपोश पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के अफीम तस्करों के साथ मिलकर इस अवैध धंधे को बढ़ावा दे रहे हैं। इस मामले में अंचलाधिकारी ने मुखिया अनुज कुमार सिंह के खिलाफ थाने में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है।