मुरैना में शुक्रवार से श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन कृष्ण वाटिका, शिक्षक कॉलोनी, रामनगर शुक्रवार को शुरू हुआ। कलश यात्रा के साथ इसकी शुरूआत की गई। सैकड़ों श्रद्धालु इसमें शामिल होने पहुंचे। भक्ति और आस्था से परिपूर्ण इस माहौल में पूरे क्षेत्र में आध्या
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कथा वाचन के लिए प्रसिद्ध संत सच्चिदानंद स्वामी, निवासी वृंदावन धाम (मथुरा), को आमंत्रित किया गया है।
कलश यात्रा महादेव नाके पर स्थित गिरिराज मंदिर से पूजा-अर्चना के साथ प्रारंभ हुई। इस दौरान मंदिर में विधिवत पूजन किया गया। यात्रा के दौरान पुरुषों और महिलाओं ने पीले वस्त्र धारण किए। महिलाएं सिर पर कलश रखकर कतारबद्ध होकर चल रही थीं, जबकि पुरुष हाथों में ध्वज लिए भक्ति भाव से यात्रा में सहभागी बने।
कथावाचक सच्चिदानंद स्वामी रथ पर बैठकर यात्रा में शामिल हुए।
सप्ताह भर चलेगा आयोजन यह धार्मिक आयोजन पूरे सप्ताह तक चलेगा, जिसमें प्रतिदिन अलग-अलग प्रसंगों की कथा प्रस्तुत की जाएगी। आयोजन समिति ने श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि वे अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर इस आध्यात्मिक प्रसंग का लाभ लें।
कथावाचक सच्चिदानंद स्वामी ने पहले दिन कथा के महत्व, धर्म और भक्ति की शक्ति पर प्रवचन दिया। उन्होंने बताया कि भागवत कथा न केवल जीवन को दिशा देती है, बल्कि सांसारिक मोह से मुक्ति का मार्ग भी प्रशस्त करती है।
संत हरिदास महाराज
कलश यात्रा में दो रथ शामिल कलश यात्रा में दो भव्य रथ भी शामिल थे। एक रथ में कथावाचक सच्चिदानंद स्वामी विराजमान थे, जबकि दूसरे रथ में श्री श्री 1008 हरिदास महाराज (जडेरूआ सरकार) को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। रथों के साथ चलते श्रद्धालु डीजे पर बज रहे भक्ति गीतों और भजनों की धुन पर झूमते नजर आए। यह नजारा किसी धार्मिक उत्सव से कम नहीं था।
सिर पर श्रीमद् भागवत कथा लेकर चले परीक्षित यात्रा में सबसे आगे परीक्षित राम अवतार शर्मा सिर पर श्रीमद् भागवत कथा की पोथी रखकर चल रहे थे। उनके साथ उनकी धर्मपत्नी शारदा देवी भी हाथ में कलश लिए चल रही थीं। यह दृश्य श्रद्धा, भक्ति और पारिवारिक समर्पण का प्रतीक बन गया।
निगम सभापति व नागरिक मौजूद इस भव्य आयोजन में नगर निगम मुरैना के सभापति राजा दंडोतिया भी शामिल हुए। उनके साथ शहर के अन्य गणमान्य नागरिक, समाजसेवी और श्रद्धालु भी यात्रा में सम्मिलित हुए। यात्रा गिरिराज जी मंदिर से आरंभ होकर कथा स्थल कृष्ण वाटिका शिक्षक कॉलोनी तक पहुंची।
कलश यात्रा में शामिल महिलाएं
आयोजन समिति ने की व्यवस्थाएं कथा के दौरान वातावरण पूरी तरह भक्तिमय बना रहा। श्रद्धालुओं ने मंत्रोच्चारण, भजन और संकीर्तन के माध्यम से अपने आराध्य के प्रति श्रद्धा प्रकट की। आयोजन समिति द्वारा श्रद्धालुओं के लिए बैठने, जलपान एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं भी की गई थीं।
कथा आयोजकों में परीक्षित शारदा देवी एवं उनके पति राम अवतार शर्मा हैं, जो इसी कॉलोनी के निवासी हैं।