द प्लूरल्स पार्टी(TPP) की चीफ पुष्पम प्रिया चौधरी ने प्रशांत किशोर पर निशाना साधा है। जन सुराज को डस्टबिन पार्टी बताया है। उन्होंने कहा कि दूसरे दलों से निकाले गए नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल करा लेने और अच्छी बातें करने से किसी का चरित्र नहीं बदल
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बिहार विधानसभा चुनाव से पहले पुष्पम प्रिया चौधरी एक्टिव मोड में हैं। प्रदेश में घूम-घूमकर आम जनता से संवाद कर रही हैं। ‘बिहार की महानता की वापसी’ के संकल्प के साथ लोगों के बीच जा रही हैं। सोमवार को एक दिवसीय दौरे पर भागलपुर पहुंची। इस दौरान प्रशांत किशोर के साथ लोजपा(रा.) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को भी घेरा है। भास्कर से विधानसभा चुनाव, प्रदेश की राजनीतिक हालात समेत तमाम मुद्दों पर बेबाकी से बातचीत की।
पार्टी के नेताओं के साथ पुष्पम प्रिया चौधरी।
सवाल: आपको लगता है कि बिहार की महानता खत्म हो गई है?
जवाब: बिहार की महानता कभी खत्म नहीं हो सकती। बिहार कोई व्यक्ति नहीं है, जो समाप्त हो जाए। बिहार आपसे, मुझसे और हम सबसे बड़ा है। 14 करोड़ जनसंख्या का राज्य है। उसकी महानता अभी दबी हुई है।
सवाल: फिर आप किस महानता की बात करते हैं?
जवाब: हम दबी हुई महानता की वापसी की बात करते हैं। हमारे प्रदेश में सब कुछ है। चंद्रगुप्त और सम्राट अशोक बिहार से थे। ये हमारी ऐतिहासिक विरासत हैं। लेकिन उनके अवशेष और धरोहरों की कोई देखरेख नहीं होती। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलानी होगी। जैसे दूसरे देशों में होता है। वैसे ही हमें अपने मंदिरों और ऐतिहासिक मूर्तियों को रिस्टोर करना चाहिए।
सवाल: दूसरे दलों के नेता और आपमें क्या अंतर है?
जवाब: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को छोड़ दें, तो बाकी सभी नेता 2020 के बाद ही बिहार भ्रमण करने लगे हैं। जबकि वे 2020 से पहले भी राजनीति में थे। इतने वर्षों में बिहार को नंबर वन क्यों नहीं बना सके। चिराग पासवान लंबे समय से सांसद हैं, लेकिन अब कह रहे हैं कि बिहार बुला रहा है। क्या उन्हें अब जाकर एहसास हो रहा है। ये बात भी स्पष्ट होनी चाहिए कि वे बिहार के सांसद हैं या झारखंड के। उन्होंने अपने क्षेत्र को नंबर वन क्यों नहीं बनाया।
सवाल- जन सुराज के बारे में क्या सोचती हैं?
जवाब: ये डस्टबिन पार्टी है। हमारी पार्टी ने चुनाव में पॉपुलर चेहरों को नहीं, नए लोगों को मौका दिया। पहले भी कहा था हम नई राजनीतिक पीढ़ी बनाएंगे। उन्होंने दूसरे दलों से निकाले गए नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल करा लिया। ऊपर से अच्छी बातें करने से किसी चरित्र नहीं बदलता।
सवाल: TPP विधानसभा चुनाव को लेकर कितनी तैयार है?
जवाब: हम विधानसभा चुनाव को लेकर पूरी तरह से तैयार हैं। चुनाव की तैयारी तो वोटिंग के दिन तक चलती है। हम 243 सीटों पर तैयारी कर रहे हैं। यह स्थिति पर निर्भर करेगा कि हम अकेले लड़ते हैं या किसी के साथ गठबंधन करते हैं।
सवाल: आपका एजेंडा क्या है?
जवाब: हमारा एजेंडा स्पष्ट है, बिहार की महानता की वापसी। आज बिहार सबसे पिछड़े राज्यों में है। देश में बिहार को अक्सर उपेक्षा की दृष्टि से देखा जाता है। इसका कारण है आर्थिक कमजोरी। जब तक हम आर्थिक रूप से मजबूत नहीं होंगे, तब तक कोई सम्मान नहीं मिलेगा। हमें बिहार को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से ताकतवर बनाना है।
सवाल: पुष्पम प्रिया चुनाव के समय ही दिखती हैं?
जवाब: 2021 में भागलपुर में बाढ़ के समय सबसे पहले मैंने ही क्षेत्र का दौरा किया था। सवाल यह होना चाहिए कि 243 विधायक सालभर सक्रिय रहते हैं या नहीं। अगर वे सक्रिय रहते, तो मुझे राजनीति में आने की जरूरत ही नहीं होती। चुनाव के समय कई मुद्दे उठाए जाते हैं।
चुनाव जीतने के बाद विधायक या मंत्री क्या कर रहे हैं। इस पर बात होनी चाहिए। सदन में बैठकर सिर्फ कुर्ता-पायजामा पहनकर बैठने से समस्या का समाधान नहीं होता है। उसके लिए काम करना होता है। एक साल पहले मेरे पिता की डेट हो गई थी। मैंने मुखाग्नि दी थी। उस वर्ष मैं व्यक्तिगत रूप से सक्रिय नहीं थी, लेकिन पार्टी की सक्रियता बनी रही।
सवाल: आप बिहार के लिए क्या सोचती हैं?
जवाब: हर बिहारी के मन में अपने राज्य को लेकर गर्व होता है। हम चाहते हैं कि उस गर्व को विश्व स्तर पर स्थापित करें। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि बिहार आर्थिक रूप से मजबूत हो।
सवाल: इंडिया या एनडीए, आप किसका समर्थन करती हैं?
जवाब: हमने अपनी पार्टी बनाई है। किसी गठबंधन से व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है। लेकिन हम दोनों के कार्यों से असंतुष्ट हैं। यह असंतोष निजी नहीं, राजनीतिक है। इसलिए हम अपने रास्ते पर चल रहे हैं।