छत्तीसगढ़ में चल रहे सुशासन तिहार के दौरान राजस्व विभाग के मामलों की समीक्षा में कुछ तथ्य सामने आए हैं। नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग ने राजस्व मामलों के निपटारे में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
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सुकमा जिले ने 91.67% मामलों के निपटारे के साथ प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। यहां कुल 10,006 मामलों में से 9,173 का समाधान कर दिया गया है। बीजापुर 89.17% निपटारे के साथ दूसरे स्थान पर है, जहां 3,508 में से 3,128 मामलों का समाधान हुआ। दंतेवाड़ा 81.74% के साथ तीसरे स्थान पर है।
नवगठित जिला मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर की स्थिति सबसे खराब है। यहां 6,111 मामलों में से केवल 1,792 का ही निपटारा हुआ है, जो मात्र 29.32% है। बलरामपुर जिला 39.80% निपटारे के साथ 32वें स्थान पर है।
3 लाख से ज्यादा मामले दर्ज
प्रदेश में कुल 3,38,320 राजस्व मामले दर्ज हुए हैं, जिनमें से 2,01,646 का निपटारा हो चुका है। यह कुल मामलों का 59.60% है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 5 मई से 31 मई तक प्रदेश का औचक निरीक्षण कर रहे हैं।