प्रयागराज5 मिनट पहले
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कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ने बहराइच की सालार मसूद गाजी दरगाह पर चादरपोशी और मेले पर लगी रोक का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि इस दरगाह से देश की बड़ी आबादी की आस्था जुड़ी है।
मिश्रा ने कहा कि भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी का दरगाह पर चादर चढ़ाना व्यक्तिगत आस्था का विषय है। उनका कहना है कि पारंपरिक मेलों और धार्मिक आयोजनों पर रोक लगाकर सरकार सामाजिक ध्रुवीकरण कर रही है। यह संविधान की भावना के विपरीत है।
उन्होंने 2023 में बहराइच में हुए दंगे को इसी नकारात्मक माहौल का परिणाम बताया। साथ ही कश्मीर के पहलगाम में शहीद हुए शुभम द्विवेदी के परिवार से जुड़े मुद्दे पर भी अपनी राय रखी। मिश्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री को कानपुर कार्यक्रम स्थल पर नहीं, बल्कि शहीद के घर जाकर परिवार से मिलना चाहिए था।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के संदर्भ में उन्होंने कहा कि इसका श्रेय सेना को मिलना चाहिए, किसी राजनीतिक दल को नहीं। कर्नल सोफिया कुरैशी पर भाजपा नेताओं की टिप्पणी को उन्होंने गलत बताया। मिश्रा ने कहा कि पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एक है, लेकिन शहादत का राजनीतिकरण उचित नहीं है।