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“बहुत कम लोगों में ये हुनर होता है कि वे मिट्टी छूते हैं तो सोना बन जाती है”, खो-खो वर्ल्ड कप इवेंट में बोले रजत शर्मा – India TV Hindi


Image Source : INDIA TV
रजत शर्मा और सुधांशु मित्तल

इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर इन चीफ रजत शर्मा ने आज खो-खो वर्ल्ड कप 2025 के लोगो का अनावरण किया। भारत के इस माटी के खेल, खो-खो का पहली बार वर्ल्ड कप होने जा रहा है। दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में 13 से 19 जनवरी 2025 तक खो-खो वर्ल्ड कप खेला जाएगा। इस खो-खो वर्ल्ड कप में 24 देशों की 32 टीमें हिस्सा ले रही है।

महाभारत कालीन इस खेल को आज दुनिया के पटल पर लाने की जोरदार कोशिश की जा रहा है। इस खेल के आधुनिक स्वरूप की शुरुआत महाराष्ट्र में हुई थी, जोकि आज दुनिया के सभी महादेशों तक पहुंच गया है। विश्व के खेल इतिहास में खो-खो की एंट्री 1936 से मानी जा सकती है। जब 1936 ओलंपिक के डेमो गेम्स में इसे  खेला गया था। और अब खो-खो फेडरेशन का लक्ष्य है कि 2032 में होने वाले ओलंपिक में इस खेल को शामिल किया जाए।

ओलंपिक में शामिल हो खो-खो

खो-खो वर्ल्ड कप 2025 के लोगो का अनावरण करते हुए रजत शर्मा ने कहा कि बहुत कम लोगों में ये हुनर होता है कि वो मिट्टी को छूते हैं तो सोना बन जाती है। वो हुनर मेरे दोस्त सुधांशु मित्तल में है। आज गली के इस गेम को ग्लैमरस बना दिया। वो दिन दूर नहीं है कि जब इस खेल से जुड़े खिलाड़ियों को हम विज्ञापन में देखेंगे। उनके जीवन मे ग्लैमर आएगा। मेरी शुभकामनाएं हैं कि ये खेल ओलंपिक में शामिल हो।

खो-खो को विश्वस्तरीय बनाने के लिए कई बदलाव भी किये गए हैं। खो-खो अब मिट्टी पर नहीं मैट्स ओर खेला जाता है। इसके लिए एक स्पेशल मैट तैयार किया गया है। खिलाड़ियों की संख्या भी 9 से घटाकर 7 कर दिया गया है। नियमों में भी कई बदलाव किए गए हैं। इस खेल में भी रेफरी, रिव्यु और रीप्ले को इंट्रोड्यूस करके इसे विश्वस्तरीय बना दिया गया है। खो-खो वर्ल्ड कप के लोगो के अनावरण के मौके ओर एक एग्जीबिशन मैच भी खेला गया। टीम महाराष्ट्र और रेस्ट ऑफ इंडिया टीम के बीच ये मुकाबला हुआ। 





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