नगर पालिका ने बिजली दफ्तर से उठवाया कचरा।
भिंड शहर में राजस्व वसूली का मामला अब मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी और नगर पालिका के अफसरों के बीच अदावत का रूप ले चुका है। बिजली कंपनी ने नपा पर 2.70 करोड़ का बिजली बिल बकाया होने पर कनेक्शन कटवा दिया। इस पर नपा ने बिजली दफ्तर पर कचरे के लिए 2.49
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मामले से राजनीतिक व प्रशासनिक अफसरों में देर रात तक हलचल मची रही। दिन-रात नगर पालिका पार्षद और बिजली कंपनी की ओर से एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते हुए सिटी कोतवाली में शिकायती आवेदन भी दिए गए। दोनों विभागों के बीच जिले के वरिष्ठ अफसर ने मध्यस्थता की। इसके बाद दोनों विभागों को सात-सात दिन का समय राजस्व वसूली को लेकर दिया गया है।
नगरपालिका पार्षदों और बिजली कंपनी के महाप्रबंधक के बीच हुई वार्ता।
नगर पालिका ऑफिस में कामकाज ठप रहा उल्लेखनीय है कि शुक्रवार की सुबह से ही नगर पालिका ऑफिस का कनेक्शन कटे होने के कारण कामकाज ठप रहा था। दोपहर करीब 3:00 बजे नगर पालिका परिषद के पार्षदों में बिजली जोड़े जाने को लेकर बिजली कंपनी के महाप्रबंधक पीके जैन से मुलाकात की थी। इस पर बात नहीं बनी तो पार्षद गणों और नगर पालिका के कर्मचारियों ने एकजुट होकर शहर का कचरा महाप्रबंधक कार्यालय के सामने डलवा दिया।
जिस समय नगर पालिका के कर्मचारियों ने महाप्रबंधक कार्यालय के सामने कचरा डलवाया उस समय महाप्रबंधक जैन अटेर क्षेत्र के दौरे पर निकल चुके थे। जैसे ही इस बात की जानकारी भोपाल में बैठे बिजली अफसर को लगी तो भोपाल से लेकर भिंड तक के अफसरों के फोन की घंटियां बजने लगीं। नगर पालिका के इस बर्ताव को लेकर भोपाल तक के अफसर ने पूरे मामले को संज्ञान में लिया।
नपा ने देर रात उठाया कचरा जब यह मामला बिगड़ता हुआ देखा तो भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने दोनों विभागों के बीच मध्यस्थता की। तत्काल दोनों विभागों के अफसर को तलब किया गया। सबसे पहले नगरपालिका सीएमओ यशवंत वर्मा को निर्देशित किया गया कि तत्काल बिजली कंपनी के कार्यालय पर फेंका गए कचरे को साफ कराया जाए। रात करीब आठ बजे कचरा दफ्तर के बाहर से उठाया गया।
इसके साथ ही बिजली कंपनी के महाप्रबंधक जैन से बिजली बिल वसूली को लेकर नगर पालिका को 7 दिन का समय दिया गया है। बिजली कंपनी ने नगर पालिका ऑफिस का कटा हुआ कनेक्शन शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात डेढ़ बजे जोड़ दिया। दोनों विभागों के बीच रात 11:00 बजे तक बातचीत का दौर चलता रहा।
नगर पालिका सीएमओ वर्मा से नगरीय प्रशासन के भोपाल के अफसर फोन पर बातचीत कर मामले की जानकारी लेते रहे। इधर मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के एमडी और सीएमडी ऑफिस से भी फोन पर भिंड के महाप्रबंधक से मामले की जानकारी लेते रहे।
पार्षदों द्वारा विरोध प्रदर्शन कर नारेबाजी की गई थी।
कर्मचारी भी विरोध में उतरे बिजली काटे जाने के विरोध को लेकर नगर पालिका के सफाई कर्मचारी यूनियन भिंड की परिषद के साथ नजर आया। सफाई यूनियन ने ऐलान कर दिया कि यदि बिजली कंपनी ने ऑफिस का कनेक्शन काटा तो शहर की सफाई नही करेंगे और अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
इधर बिजली ऑफिस पर नगर पालिका द्वारा कचरा डाले जाने के विरोध में बिजली कर्मचारी यूनियन ने सोशल मीडिया पर नगर पालिका के इस बर्ताव की निंदा की है। कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने की बात भी कही है।
थाने में पहुंचे शिकायती आवेदन नगर पालिका उपाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह भदोरिया ने बिजली कंपनी के अफसर पर मनमानी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बिजली कंपनी के अफसर से जब बातचीत की गई तो वह बात सुनने के लिए तैयार नहीं थी उनका रवैया ठीक नहीं था। बिजली कंपनी की ओर से परिषद की शिकायत थाने में की गई थी इसलिए परिषद की ओर से भी शिकायती आवेदन कोतवाली में दिया गया है। उन्होंने कहा कि- 1984 के बाद से अब तक बिजली कंपनी ने हाउस टैक्स जमा नहीं किया है बिजली कंपनी के शहरीय क्षेत्र में जितने भी ऑफिस हैं सभी पर 2.49 करोड़ बकाया है।
देखिए दोनों विभागों एक दूसरे को ये नोटिस थमाए…
बिजली कंपनी द्वारा नपा को दिए गए नोटिस की कॉपी।
नगर पालिका की ओर से बिजली विभाग को थमाया नोटिस।