इस्लामाबाद3 मिनट पहले
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बिलावल भुट्टो ने सिंध प्रांत के सखर में सिंधु नदी के किनारे शुक्रवार को एक जनसभा को संबोधित किया।
पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने भारत के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया है। उन्होंने शुक्रवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सिंधु नदी में या तो हमारी पानी बहेगा, या फिर उनका खून बहेगा। सिंधु दरिया हमारा है और हमारा ही रहेगा।
भुट्टो ने कहा कि ऐसा नहीं हो सकता कि आप एक झटके में सिंधु जल समझौता को तोड़ दें। हम इसे नहीं मानते हैं। हमारी अवाम इसे नहीं मानती। हजारों साल से हम इस नदी के वारिस हैं।
भुट्टो बोले- पाकिस्तान की जनता बहादुर, जवाब देंगे बिलावल ने कहा कि सिर्फ इसलिए कि भारत की आबादी ज्यादा है, वो यह नहीं तय कर सकते कि पानी किसका है। पाकिस्तान की अवाम बहादुर लोग है, हम डटकर मुकाबला करेंगे। सरहदों पर हमारी फौज हर हमले का जवाब देने को तैयार है।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष भुट्टो ने कहा कि भारत ने पहलगाम घटना के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराया है। अपनी कमजोरियों को छिपाने और अपने लोगों को मूर्ख बनाने के लिए, मोदी ने झूठे आरोप लगाए हैं और सिंधु जल संधि को एकतरफा तरीके से रोक दिया है।
भुट्टो ने कहा कि हर पाकिस्तानी सिंधु का पैगाम लेकर दुनिया को बताएगा कि हमारे दरिया पर डाका मंजूर नहीं। दुश्मन की नजरें हमारे पानी पर हैं।
बिलावल ने कहा कि वे देश के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को इस बात का भरोसा दिलाना चाहते हैं कि अलग राजनीतिक दल होने के कारण भले ही उनकी राय अलग हो लेकिन सिंधु जल संधि के मुद्दे पर वे उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।
बिलावल ने अपनी मां और देश की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो का भी नाम लिया। उन्होंने कहा कि पीपीपी और सिंध प्रांत की जनता ने नदी पर डैम और नहर बनाने के मंसूबे कामयाब नहीं होने दिए हैं। आने वाले दिनों में भी सिंधु जल संधि में एकतरफा बदलाव की कोशिशों को विफल किया जाएगा।
भारत बोला- पाकिस्तान को एक बूंद पानी नहीं देंगे
भारत और पाकिस्तान के बीच 1960 में सिंधु जल समझौता किया गया था।
पाकिस्तान के साथ ‘सिंधु जल समझौता स्थगित’ करने पर शुक्रवार को जल शक्ति मंत्रालय की बैठक हुई। इसे 3 चरणों में पूरा करने का फैसला लिया गया है। बैठक के बाद केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने बताया कि इसे लेकर 3 तरह की रणनीति बना रहे हैं। पाकिस्तान को एक बूंद पानी नहीं मिलेगा।
मीटिंग केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के घर पर हुई। इसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर और जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल शामिल हुए थे। हालांकि 3 चरणों और 3 तरह की रणनीति के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद 23 अप्रैल को केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को स्थगित करने का फैसला लिया था। पूरी खबर यहां पढ़ें…