केन्द्र सरकार के जातिगत जनगणना कराने के फैसले के बाद बीजेपी और कांग्रेस में श्रेय की जंग छिड़ी है। कांग्रेस इस फैसले को राहुल गांधी की जीत बता रही है तो वहीं बीजेपी इस बात पर सवाल उठा रही है कि जब कांग्रेस सरकार में रही, राहुल गांधी के परिवार के तीन-त
.
जातिगत जनगणना से ओबीसी समाज का भला होगा भोपाल में पिछोर विधायक प्रीतम लोधी ने जातिगत जनगणना के निर्णय पर कहा- जातिगत जनगणना से ओबीसी समाज का बहुत भला होने वाला है। ओबीसी समाज इससे उभर कर आएगा। हमारे प्रधानमंत्री ने जातिगत जनगणना का निर्णय करके देश का और ओबीसी समाज का बहुत बड़ा उद्धार कर दिया है।
मोदी जी के निर्णय ने लोधी समाज का उद्धार कर दिया प्रीतम लोधी ने कहा-
जातिगत जनगणना के निर्णय से मोदी जी ने लोधी समाज का तो बहुत बड़ा उद्धार कर दिया है। मप्र में 40, तो 80 सीटें उत्तर प्रदेश में लोधी बाहुल्य हैं। यूपी में 80 और मप्र में 40 विधायक बन सकते हैं। सरकारों में भागीदारी बन सकती है, तो लोधी एंड मोदी बन सकता है। ये भी एक सिक्का चल जाएगा। इससे समझ लीजिए देश का कितना भला होगा।
प्रीतम लोधी ने कहा ये तो तय है कि ओबीसी चार बार मप्र में मुख्यमंत्री बन गए। पहले कांग्रेस के शासन में एक भी ओबीसी सीएम नहीं बनाया। भाजपा ने उमा जी, बाबू लाल गौर, शिवराज सिंह चौहान और अब मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाया। ये केवल मोदी जी का मैजिक है।
विधायक प्रीतम लोधी के दावे पर भास्कर ने अखिल भारतीय लोधी-लोधा राजपूत महासभा के अध्यक्ष रामगोपाल राजपूत से बात की। उन्होंने कहा कि प्रीतम जी ने तो सिर्फ 40 सीटें बताई हैं। असल में करीब 60 सीटें ऐसी हैं जहां लोधी समाज का वोटर निर्णायक भूमिका निभाता है। इनमें से 50 सीटें ऐसी हैं जहां लोधी समाज के वोटर्स की संख्या 15 हजार से 70 हजार के बीच है।
दावा- ये सीटें लोधी बाहुल्य भिंड, मेहगांव, अटेर, दतिया, भांडेर, दिमनी, शिवपुरी, पिछोर, कोलारस, चंदेरी, अशोकनगर, मुंगावली, बमोरी, राघोगढ़, चाचौड़ा, ब्यावरा, शाजापुर, इंदौर विधानसभा क्र 1-2-3-4-5, महू, बदनावर, उज्जैन, हुजूर, बैरसिया, गोविंदपुरा, दक्षिण-पश्चिम, सांची, सिलवानी, उदयपुरा, भोजपुर, विदिशा, बासौदा, कुरवाई, बीना, सुरखी, खुरई, बंडा, देवरी, खरगापुर, टीकमगढ़, बड़ामलहरा, पन्ना, पवई, सतना, कटनी, सिहोरा, बहोरीबंद, बरगी, पाटन, मंडला, बालाघाट, लांजी, परसवाड़ा, वारासिवनी, चौरई, अमरवाड़ा, गोटेगांव, गाडरवारा, सिवनी मालवा, टिमरनी, पंधाना।