घटना के 40वें दिन आरोपी घर पहुंचा और पकड़ा गया।
सिद्धपुर के लूखासण गांव में 21 जुलाई को मिले महिला के शव के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। गांव के ही आरोपी ने बेटे की दवा के लिए निकली महिला को लूटने की योजना बनाई थी। महिला आरोपी को पहचान गई थी।
.
पहचान उजागर होने के डर से आरोपी ने महिला की हत्या कर आत्महत्या दिखाने की कोशिश में उसके शव को पेड़ पर लटका दिया। इसके बाद महिला के 1500 रुपए लेकर फरार हो गया था। 40वें दिन आरोपी जब अपने घर पहुंचा तब मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ।
महिला का पेड़ से लटकता शव मिला था
नारियल बेचकर परिवार का गुजारा करती थी केशरबेन रावल।
जानकारी के अनुसार पाटण जिले के सिद्धपुर तालुका के लूखासण गांव में 21 जुलाई को महिला पेड़ से लटकता शव मिला था। महिला मंदिर के पास श्रीफल बेचकर परिवार का गुजारा करती थी। पुलिस ने इस संदर्भ में पहले अकस्मात मौत दर्ज किया था बाद में इसे हत्या का केस में बदल दिया था। इस मामले की जांच में पाटण एसपी, एलसीबी, एसओजी, स्थानीय पुलिस सहित तमाम एजेंसियां जुटी हुई थी।
पुलिस ने 800 लोगों से पूछताछ की
पुलिस ने जांच के दौरान सीसीटीवी फूटेज, डॉग स्क्वायड, एफएसएल, आधुनिक तकनीकी सिस्टम सहित अहमदाबाद पुलिस की टीम की मदद ली थी। तकनीकी सर्विलांस तथा ह्यूमन सोर्स से लुखासण, नादोत्रा, नागवासण, संदेसरी तथा मिणोज गांव में रहने वाले लोग, खेत मजदूर, मजदूरी के लिए आए लोग तथा अन्य जिला और राज्य के लगभग 800 लोगों की पूछताछ तथा सर्च ऑपरेशन शुरू किया था।
40 दिन बाद घर पहुंचा था आरोपी
डीएसपी केके पंड्या।
डीएसपी केके पंड्या ने बताया कि शुक्रवार को गांव में रहने वाला कल्पेश डाह्याभाई वाल्मिकी 40 दिन बाद घर पहुंचा था। इसलिए पुलिस को आशंका होने पर उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी। पूछताछ के दौरान आरोपी की बोलती बंद हो गई और बाद में उसने पुलिस के सामने अपना अपराध कबूल कर लिया। अपने बेटे के सिद्धपुर के अस्पताल में भर्ती होने के कारण उसे रुपयों की बहुत जरूरत थी। लेकिन कोई उसे रुपए देने को तैयार नहीं था। इसलिए उसने लूट की साजिश रची। पकड़े जाने के डर से केशरबेन की हत्या कर दी।