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भंडारे के लिए 8 क्विंटल बेसन से बनी बूंदी: टीकमगढ़ के धजरई हनुमान मंदिर में साकेत महोत्सव का समापन, 50 हजार श्रद्धालुओं को बांटी पूड़ी-सब्जी – Tikamgarh News


साकेतवासी त्यागी जी महाराज की पुण्यतिथि पर विशाल भंडारे का आयोजन

टीकमगढ़ के धजरई हनुमान मंदिर में सात दिवसीय साकेत महोत्सव का समापन शुक्रवार को हो गया। 6 जून से 12 जून तक आयोजित हुई श्रीमद भागवत कथा का वाचन वृंदावन धाम के महंत मदन मोहन दास महाराज ने किया।

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कथा का समापन सुदामा प्रसंग के साथ हुआ। समापन के मौके पर मंदिर परिसर में भव्य विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जो सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक चला।

भंडारे की शुरुआत जिले भर से आए संतों और पुजारियों के भोजन से हुई। उन्हें सनातन परंपरा के अनुसार दक्षिणा देकर विदाई दी गई।

इसके बाद आम श्रद्धालुओं और राहगीरों को पुरी-सब्जी और बूंदी का प्रसाद बांटा गया। मंदिर के बाहर से गुजरने वाले वाहन चालक और यात्री भी प्रसाद पाकर धन्य हुए।

धजरई हनुमान मंदिर के महंत श्री सीताराम दास महाराज ने बताया कि यह आयोजन त्यागी जी महाराज की पुण्यतिथि पर किया गया।

त्यागी जी ने मंदिर में वर्षों तक अखंड भंडारा चलाया था। 12 जून 2015 को उन्होंने अंतिम बार भंडारे का आयोजन किया था और अगले दिन 13 जून को साकेतवास कर लिया था। तब से हर साल इसी दिन यह महोत्सव होता है।

इस साल महोत्सव का दसवां वर्ष था। आयोजन की तैयारियां दो दिन पहले से ही शुरू कर दी गई थीं। बुधवार से 8 क्विंटल बेसन से बूंदी बनाई गई और गुरुवार से 6 कड़ाही में पूरी पकाई गई।

रोज़ाना करीब 5000 श्रद्धालुओं ने कथा के बाद प्रसाद पाया। शुक्रवार को हुए भंडारे में 40 से 50 हजार लोगों के पहुंचने का अनुमान लगाया गया।



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