नृसिंह जयंती पर रविवार को नृसिंह मंदिर में धूमधाम से उत्सव मनाया गया। नृसिंह बाजार स्थित नृसिंह मंदिर में तीन दिनी महोत्सव का आयोजन किया गया। महोत्सव में रविवार को बड़ी संख्या में भक्त मंदिर पर एकत्रित हुए। भगवान लक्ष्मी नृसिंह मंदिर के पुजारी छोटेलाल
.
प्रभातफेरी आने के बाद सुबह 10 बजे भगवान की कांकड़ आरती की गई। इसके बाद माखन मिश्री का प्रसाद वितरित किया गया। दोपहर में उत्सव के दौरान बसंत कुमार खटोड़ ने प्रहलाद चरित्र का वाचन किया। इसके बाद 108 दीपकों से जन्म उत्सव आरती की गई। पंचामृत और पंजीरी का प्रसाद वितरित किया गया।
शाम के सत्र में मंदिर में हरियाली के बीच सुंदर फूल बंगला बनाया गया। उसमें विराजे भगवान लक्ष्मी नृसिंह शाम 5 बजे ब्रह्मा विष्णु महेश आदि सभी की सवारी के बाद शाम 6 बजे महाराजाधिराज हिरण्यकश्यप की सवारी निकाली गई। शाम 7 बजे भगवान नृसिंह खंभ फाड़ कर प्रकट हुए। भक्त प्रहलाद की रक्षा के लिए मंदिर से सीतलामाता बाजार तक प्रभु श्री हरि भक्तों को दर्शन देने निकले।
हजारों भक्तों ने नरहरि नंदलाल भजो नृसिंह गोपाल का जयघोष किया। जगह-जगह भक्तों ने स्वागत मंच लगाए थे। इसके बाद नृसिंह भगवान पुन: मंदिर पधारे। मंदिर पर भगवान की आरती की गई। इसके बाद तीन क्विंटल मीठी मुक्ति का प्रसाद वितरित किया।
जय नृसिंह का जयघोष करते भक्त।
खंभ फाड़कर प्रकट हुए भगवान।
खंभ फाड़ प्रकट दृश्य को देखने उमड़े भक्त, मोबाइल में किया कैद
नृसिंह मंदिर पर शाम से बड़ी संख्या में भक्तों का जमावड़ा लगने लगा। मंदिर पर भगवान के खंभ फाड़ दृश्य को देखने के लिए महिला-पुरुष बच्चों सहित बुजुर्ग भी शामिल हुए। जय नृसिंह-जय नृसिंह का जयघोष भक्तों द्वारा किया जा रहा था। खंभ फाड़ प्रकट होने वाले दृश्य को देखने और अपने मोबाइल में कैद करने के लिए लोग उत्साहित दिखे। हाथों में मोबाइल लेकर भगवान का जयघोष करते नजर आए।
बड़ी संख्या में भक्त मंदिर पर पहुंचे और अपने मोबाइल में दृश्य को कैद किया