सरहदी गांवों में माहौल शांत है और लोग पाकिस्तान पर हुए हमले का समर्थन कर रहे हैं।
पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना द्वारा देर रात की गई कार्रवाई के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा है। लेकिन, सीमा से सटे गांवों में लोग इस कार्रवाई से खुश नजर आ रहे हैं। पंजाब के अटारी बॉर्डर के पास स्थित गांव महावा और काउंके के लोगों क
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महावा गांव के साहिब सिंह का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से फैंसिंग के पार खेतों की ओर जाने वाले दरवाजों को नहीं खोला गया। जिसके चलते कोई किसान फैंसिंग के पार नहीं गया। किसानों ने अपने फसल की कटाई भी पूरी कर ली है। गांव में किसी भी तरह का डर का माहौल नहीं है और स्थिति पूरी तरह सामान्य बनी हुई है।
सरहद के आसपास खेतों में फसल की कटाई का काम खत्म हो चुका है।
सेना के साथ कंधे से कंधा लगा कर खड़े
सरहदी गांव काउंके निवासी भारतीय किसान यूनियन मातृ भूमि की प्रदेश महिला मोर्चा अध्यक्ष सुमनदीप कौर ने कहा कि हमारे सुरक्षा बलों की बहादुरी और साहस को सलाम है। ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से पाकिस्तान में आतंकवादी ढांचे पर हमला किया है। गांव का हर नागरिक भारतीय सेना के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़ा है। सुबह उठकर हमले का पता चला
गांव महावा के सरचांद सिंह ने कहा कि उन्हें किसी तरह का डर नहीं है। सुबह बच्चों के स्कूल जाने के बाद जानकारी मिली कि स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। पाकिस्तान में आतंकी अड्डों पर भारत ने हमला किया है।
लोगों ने स्पष्ट किया कि अब तक भारतीय सेना की तरफ से गांव खाली करने के कोई आदेश नहीं दिए गए हैं, और वे ना ही गांव छोड़ने वाले हैं। उन्होंने कहा सभी अपने गांव में सुरक्षित हैं और सेना पर पूरा भरोसा है।
सरहद पर चौकसी बढ़ाई
इस बीच सीमा पर चौकसी और बढ़ा दी गई है, लेकिन स्थानीय लोगों के हौसले बुलंद हैं। ग्रामीणों ने सरकार के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई ही पाकिस्तान को सख्त संदेश देने का एकमात्र तरीका है।