बार काउंसिल के चेयरमैन और राज्यसभा सांसद मनन मिश्रा ने गोपालगंज में सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। जहां उन्होंने एक विवादास्पद बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारत में 99.9 प्रतिशत मुस्लिम समुदाय के लोग धर्मांतरित हैं और उनकी पिछली पीढ़ियां हिंदू थीं
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मिश्रा ने मुस्लिम समाज में जाति व्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा कि अंसारी, जोलाहा और पसमांदा समाज पिछड़े वर्ग में आते हैं। उन्होंने जाति जनगणना का समर्थन किया और कहा कि इससे नौकरियों में मुस्लिम समाज की भागीदारी का पता चलेगा।
पाकिस्तान के खिलाफ हो रही कूटनीतिक कार्रवाई
गोपालगंज में वकालत खाना का निरीक्षण करने के दौरान उन्होंने पहलगाम मामले पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक कार्रवाई कर रही है। पानी रोकने जैसे निर्णयों का प्रभाव 3-4 महीने में दिखाई देगा। आगामी चुनाव पर बोलते हुए मिश्रा ने कहा कि एनडीए सरकार बहुमत से बनेगी।
उन्होंने इंडी गठबंधन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि विपक्षी दल अभी तक अपना नेता नहीं चुन पाए हैं। वक्फ संशोधन बिल पर अपनी राय रखते हुए उन्होंने कहा कि यह बिल मुस्लिम समुदाय, विशेषकर पिछड़े वर्ग के लिए लाभदायक है। उन्होंने 1995 और 2013 में कांग्रेस सरकार द्वारा किए गए संशोधनों की आलोचना की।
पिछड़े लोगों को होगा फायदा
वक्फ जिस जमीन पर दावा कर दे वह जमीन उसी की हो जाएगी और कोर्ट जाने का कोई प्रवधान नहीं था। कई राजनीतिक दल के लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं इस कानून के विरोध कर रहे लेकिन इस बिल से सभी को फायदा होगा खास कर वैसे मुस्लिम समाज जो पिछड़े है।