भोपाल के बोर्ड ऑफिस चौराहे पर एक बदमाश ने सिटी बस के ड्राइवर और कंडक्टर को लात-घुसों से पीट दिया। बदमाश ने बस में घुसते ही मारपीट शुरू कर दी। इससे अंदर बैठी सवारियां दहशत में आ गईं और उतरकर चली गई। भोपाल में 38 दिन में यह तीसरी घटना है। जिसमें सिटी म
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इस मामले में एमपी नगर थाना पुलिस ने एक ऑटो चालक के खिलाफ केस दर्ज किया है। सवारी बैठाने की बात पर युवक ने मारपीट की। मामला रविवार शाम का है। बस में लगे कैमरों में यह घटना कैद हो गया।
ऑटो चालक बोला- सवारियां बैठाते हो और मारपीट शुरू कर दी कंडक्टर शुभम मेहरा निवासी मछली मार्केट बैरागढ़ की रिपोर्ट पर एमपी नगर पुलिस ने ऑटो चालक पर केस दर्ज किया है। शुभम ने बताया, वह सिटी बस नंबर एमपी-04 पीए-4329 का कंडक्टर है। बस चिरायु से आकृति ईको सिटी सलैया तक चलती है। रविवार शाम को बस बोर्ड ऑफिस चौराहा स्थित स्टॉप पर आकर रुकी। तभी सामने खड़ा एक ऑटो चालक विशाल आया। गालियां देते हुए उसने मुझे और ड्राइवर को लात-घुसे से पीटना शुरू कर दी। इससे दोनों को चोंट आई हैं।
सवारियां उतरकर चली गई कंडक्टर शुभम ने बताया, ऑटो चालक विशाल नशे में था, वो गालियां दे रहा था। मारपीट करने से सवारियां दहशत में आ गई और उतरकर चली गई।
12 दिन पहले भी यहीं मारपीट की थी बोर्ड ऑफिस चौराहे पर खड़ी सिटी बस के कंडक्टर को एक युवक ने 12 दिन पहले छुरी मार दी। इससे वह घायल हो गया। कंडक्टर का कहना है कि युवक अवैध वसूली करने के लिए बस में घुसा था। मना किया तो गाली-गलौज करके छुरी मार दी। इस घटना से बस में बैठी सवारियां दहशत में आ गईं। कई तो बस से उतरकर चली गई थी। इस घटना को लेकर निगम नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी बसों में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा चुकी हैं।
12 दिन पहले बोर्ड ऑफिस चौराहे पर कंडक्टर से मारपीट की गई थी।
जेब कतरों ने चलती बस में कंडक्टर को पीटा इससे पहले 14 सितंबर को भी भोपाल में कंडक्टर से मारपीट करने का मामला सामने आ चुका है। चूना भट्टी इलाके में पं. खुशीलाल शर्मा हॉस्पिटल के पास सिटी बस नंबर- एमपी-04 पीए-3692 के कंडक्टर सुरेश वर्मा (41) निवासी कजलीखेड़ा कोलार रोड के साथ बदमाशों ने मारपीट की थी। सुरेश के सिर में गंभीर चोट आईं। साथी उसे तुरंत हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। पुलिसकर्मी ने एक बदमाश को दबोच लिया था।
14 सितंबर को सिटी बस के कंडक्टर सुरेश वर्मा से दो जेब कतरों ने मारपीट की थी।
फरवरी 2017 में एसआर-5 में यात्री की कर दी थी हत्या फरवरी 2017 में यात्रियों से भरी लो-फ्लोर बस (एसआर-5) में जेबकतरों ने तांडा बैरसिया निवासी कमल सिंह (22) की हत्या कर दी थी। कमल सिंह उस दिन लो-फ्लोर बस एसआर-5 (एमपी-04 पीए 1067) में बैरागढ़ जाने के लिए सवार हुए थे। कोहेफिजा इलाके में तीन जेबकतरों ने उनका जेब काटने का विरोध किया तो चाकू से हमला कर हत्या कर फरार हो गए थे।
सिटी बसों में यह सुविधाएं होने का दावा
- सभी बसों में CCTV लगे हैं।
- GPS सिस्टम से ट्रेकिंग।
- मोबाइल एप के जरिए बसों के आने-जाने की जानकारी।
- कैशलेस सुविधा भी शुरू की गई है। मोबाइल पास व मासिक स्मार्ट कार्ड की सुविधा।
- बसों के अंदर ईटीवीएम मशीन के माध्यम से स्मार्ट टिकटिंग।
सिटी बसों में कैमरे भी लगे हुए हैं।
एक दिन में सवा लाख यात्री कर रहे सफर भोपाल की सड़कों पर 25 रूट पर करीब 200 सिटी बसें दौड़ रही हैं। BCLL (भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड) इनका संचालन कर रहा है। सिटी बसों में एक दिन में करीब सवा लाख यात्री सफर करते हैं। किराये के रूप में उन्हें न्यूनतम 7 और अधिकतम 42 रुपए लगते हैं। सभी बसों में जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम और कैमरे होने के दावे किए जाते हैं, लेकिन वारदात के बाद भी जेबकतरों को पुलिस नहीं पकड़ पाती।