Last Updated:
Astrology News: मंगल और केतु की युति से मिथुन, वृश्चिक और मकर राशि के जातकों को लाभ होगा. करियर में प्रमोशन, वेतन वृद्धि और रुका हुआ धन वापस मिलेगा. जीवनसाथी के साथ खुशहाल जिंदगी रहेगी.
अयोध्या: वैदिक ज्योतिष शास्त्र में एक निश्चित अवधि पूरा करने के बाद जब ग्रह अपना राशि परिवर्तन करते हैं, तो उसका प्रभाव सभी राशियों पर भी देखने को मिलता है. किसी पर शुभ तो किसी पर अशुभ प्रभाव होता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल ग्रह को ग्रहों का सेनापति कहा जाता है. मंगल मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी माने जाते हैं. कुंडली में अगर व्यक्ति के मंगल शुभ स्थिति में रहते हैं तो व्यक्ति अच्छा खिलाड़ी भी बन सकता है, तो दूसरी तरफ केतु ग्रह को छाया ग्रह माना जाता है. यह दोनों ग्रह नियमित रूप से राशि परिवर्तन करते हैं. ज्योतिषीय गणना के अनुसार बीते 7 जून को मंगल ग्रह सिंह राशि में प्रवेश किए, जहां पहले से केतु विराजमान थे. जिसकी वजह से मंगल और केतु की महत्वपूर्ण युति का निर्माण हो रहा है, जिसे कुज केतु राजयोग कहा जाता है. इस योग का प्रभाव राशि चक्र के 12 राशि के जातकों पर सकारात्मक और नकारात्मक तौर पर देखने को मिलेगा, लेकिन आज हम आपको इस रिपोर्ट में बताएंगे कि किस राशि के जातकों की किस्मत बदल सकती है. रुका हुआ धन वापस मिल सकता है. तो चलिए जानते हैं कहीं आप भी तो नहीं है उसे राशि में शामिल.
मिथुन राशि: मिथुन राशि के जातकों के लिए इस योग के निर्माण से शुभ फल की प्राप्ति होगी. साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी. समाज में मान सम्मान की बढ़ोतरी होगी. व्यापार में भी उन्नति होगी. रुका हुआ धन भी वापस मिलेगा. नौकरी भी पदोन्नति होगी.
मकर राशि: मकर राशि के जातकों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. पुराने निवेश से अचानक धन लाभ हो सकता है. शुरुआत में कुछ मुश्किलें आ सकती हैं, लेकिन बाद में इस काम में आपको तरक्की मिलेगी.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.