बिक्रम सिंह मजीठिया मामले की जांच कर रही एसआईटी में बदलावा
शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बिक्रम मजीठिया से जुड़े नशा तस्करी मामले की जांच कर रही एसआईटी के प्रमुख और दो सदस्यों को बदला गया है। एसआईटी के पूर्व सदस्य एआईजी (प्रोविजनिंग) वरुण शर्मा को नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है। वह डीआईजी
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कांग्रेस सरकार के समय दर्ज हुआ था केस
बिक्रम सिंह मजीठिया पर दिसंबर 2021 में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में विधानसभा चुनाव से ठीक हले मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में मजीठिया को जेल भी जाना पड़ा था।इस मामले में पहली एसआईटी का नेतृत्व एआईजी बलराज सिंह ने की थी। लेकिन, आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद बलराज सिंह की जगह आईजी राहुल एस को एसआईटी प्रमुख बनाया गया था। हालांकि, एसआईटी मजीठिया के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने में असफल रही।
इसके बाद मई 2023 में डीआईजी-कम-विजिलेंस ब्यूरो के निदेशक राहुल एस की जगह आईजीपी (पटियाला रेंज) एमएस छीना को एसआईटी प्रमुख नियुक्त किया गया। अन्य सदस्य वही रहे, जिनमें तत्कालीन एआईजी रंजीत सिंह ढिल्लों, डीएसपी (एसटीएफ, रूपनगर) रघबीर सिंह और डीएसपी (खरड़-2) अमरप्रीत सिंह शामिल थे। वहीं, आईजी गुरशरण सिंह संधू को जांच टीम की प्रगति की निगरानी करने की जिम्मेदारी दी गई थी। फिर भुल्लर को जिम्मेदारी मिली थी।
बिक्रम सिंह मजीठिया प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी देते हुए। (फाइल फोटो)
कुछ दिन पहले जारी किया था वीडियो
कुछ दिन पहले मजीठिया की तरफ से एक वीडियो अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक वीडियो जारी किया गया था। उनकी तरफ से दावा किया गया था कि जल्दी ही इस मामले में कार्रवाई होगी। उनके घर की चेकिंग तक हो सकती है। क्योंकि पहले मामले में कोई सरकार को कुछ नहीं मिला है।