प्रदर्शन में शामिल संविदा कर्मियों का कहना है कि अत्यधिक दबाव के कारण संविदा कर्मियों को 24 घंटे काम पर रहना होगा। ऐसे में वह भय के माहौल में हैं और सामूहिक इस्तीफा दे रहे हैं
मथुरा में दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के अधीन काम करने वाले संविदा कर्मी आक्रोशित हैं। बिजली विभाग में काम करने वाले इन संविदा कर्मियों ने विभाग पर मानसिक दबाव बनाने और काम का अधिक लोड पड़ने का आरोप लगाया है। संविदा कर्मियों की मानें तो 500 से ज्या
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इन बिजलीघरों के संविदा कर्मियों ने दिया इस्तीफा
मथुरा के कोसी,छाता,गोवर्धन और कृष्णा नगर उप खंड बिजली घर से जुड़े केंद्रों पर तैनात संविदा कर्मियों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया। संगठन मंत्री बाबू जी ने बताया कि कोसी सब स्टेशन से जुड़े 17,छाता से जुड़े 16,गोवर्धन से जुड़े 12 और कृष्णा नगर से जुड़े केंद्रों पर तैनात सैकड़ों संविदा कर्मियों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया।
मथुरा के कोसी,छाता,गोवर्धन और कृष्णा नगर उप खंड बिजली घर से जुड़े केंद्रों पर तैनात संविदा कर्मियों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया
यह लगाए आरोप
उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन निविदा संविदा कर्मचारी संघ के बैनर तले कार्य बंद कर विभिन्न बिजली घरों पर धरना प्रदर्शन किया और सामूहिक इस्तीफा दे दिया। संविदा कर्मियों का कहना है कि बिजली निगम अनावश्यक दबाव बना रहा है। कर्मचारी हटाए जा रहे हैं,एप के जरिए ऑनलाइन हाजिरी लगाने की व्यवस्था शुरू कर दी है। जबकि न तो मोबाइल दिए गए और न ही सिम दी गई। इन मांगों को लेकर पहले भी अधिकारियों को ज्ञापन दिए गए लेकिन निष्कर्ष कुछ नहीं निकला।
उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन निविदा संविदा कर्मचारी संघ के बैनर तले कार्य बंद कर विभिन्न बिजली घरों पर धरना प्रदर्शन किया और सामूहिक इस्तीफा दे दिया
अधिकारियों को सौंपा इस्तीफा
विरोध प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने अलग अलग बिजली घरों पर मौजूद अधिकारियों को सामूहिक इस्तीफा सौंपा। कैट बिजलीघर पर एक्सियन मनीष गुप्ता को इस्तीफा सौंपा। इसी तरह कृष्णा नगर बिजली घर पर एक्सियन थर्ड अनिल कुमार पाल को इस्तीफा सौंपा।
अलग अलग बिजली घरों पर मौजूद अधिकारियों को सामूहिक इस्तीफा सौंपा
अत्यधिक रहता है दबाव
प्रदर्शन में शामिल संविदा कर्मियों का कहना है कि अत्यधिक दबाव के कारण संविदा कर्मियों को 24 घंटे काम पर रहना होगा। ऐसे में वह भय के माहौल में हैं और सामूहिक इस्तीफा दे रहे हैं। छाता में संविदा कर्मियों ने आरोप लगाया कि उनको परेशान किया जा रहा है। उनके 34 साथियों को बिना वजह हटा दिया गया।