गुजरात,उत्तरप्रदेश में मूंग और उड़द की समर्थन मूल्य पर खरीदी शुरू हो गई है। लेकिन मध्यप्रदेश ने अभी तक केंद्र सरकार को प्रस्ताव नहीं भेजा है। जिसको लेकर अब प्रदेश के किसानों ने राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन करने की चेतावनी दी है। भारतीय किसान संघ ने चेत
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40 लाख एकड़ में मूंग-उड़द का उत्पादन
भारतीय किसान संघ के मुताबिक हमारे राज्य के किसान गेहूं,चावल की तरह बड़ी मात्रा में मूंग और उड़द का भी उत्पादन कर रहे है। वर्तमान में मध्यप्रदेश में 40 लाख एकड़ में किसान मूंग-उड़द की फसल लगा रहे है, जिसके चलते बंफर आवक हुई है, पर सरकार अभी तक समर्थन मूल्य में खरीदी को लेकर किसी भी तरह की तैयारी नहीं की है, जिसके लेकर किसान नाराज है। भारतीय किसान संघ ने मूंग उड़द की समर्थन मूल्य पर खरीदी न किए जाने पर मध्यप्रदेश की मोहन सरकार के खिलाफ आंदोलन को लेकर एक साथ भोपाल, जबलपुर व इंदौर में पत्रकारवार्ता कर सरकार पर किसानों के साथ धोखा व अन्याय करने का आरोप लगाया।
मध्यप्रदेश में मूंग-उड़द का 40 लाख एकड़ में रकबा है।
भारतीय किसान संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख राघवेंद्र सिंह पटेल ने कहा कि किसान संघ के नेतृत्व में किसानों ने प्रदेश के सैकड़ों तहसील, मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन व ज्ञापन देकर सरकार से मूंग उड़द की खरीदी करने की मांग की थी, पर सरकार की और से इस और ध्यान नहीं दिया गया। प्रदेश प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री से मिलकर किसानों के पक्ष को रखा, पर मूंग उड़द उत्पादक किसानों के प्रति प्रदेश के मुखिया ने असंवेदनशील रवैया जाहिर कर मूंग उड़द की समर्थन मूल्य पर खरीदी करने से साफ मना कर दिया। राघवेंद्र पटैल ने आरोप लगाया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने व्यापारियों से सांठ-गांठ कर किसानों से मंडियों में खुली लूट करने का न्योता दे दिया है।
केंद्र सरकार तैयार पर राज्य सरकार नहीं
भारतीय किसान संघ के प्रचार प्रमुख राघवेंद्र सिंह पटैल ने बताया कि किसान संघ के अखिल भारतीय पदाधिकारियों ने किसान की मूंग, उड़द समर्थन मूल्य में खरीदी को लेकर देश के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात कर उनसे मांग की थी कि खरीदी शुरू करवाई जाए, जिस पर उनका कहना था कि अगर राज्य सरकार सरकार समर्थन मूल्य पर मूंग उड़द खरीदी करने का प्रस्ताव केंद्र को भेजे जो वह तत्काल स्वीकृति देने के लिये तैयार है। पर अभी तक मध्यप्रदेश सरकार की और से यह काम नहीं किया गया है, जिसके चलते प्रदेश के हजारों किसान अपनी फसल को लेकर भटक रहे है।
भारतीय किसान संघ ने राज्य सरकार को चेतावनी दी है कि अगर खरीदी शुरू नहीं होती तो सीएम हाउस का घेराव किया जाएगा।
प्रस्ताव भेजे नहीं तो सीएम हाउस का घेराव
भारतीय किसान संघ ने किसानों के साथ हो रही अनदेखी को लेकर कहा कि अभी भी मौका है, कि राज्य सरकार किसान हित में संवेदनशीलता का परिचय देते हुये तत्काल मूंग उड़द की एमएसपी खरीदी करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजे, यदि राज्य सरकार प्रस्ताव भेजने में टालमटोल करती है, तो शनिवार के बाद कभी भी सीएम हाउस का घेराव करने के लिए हजारों किसान मजबूर हो जाएंगे। भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में प्रदेश के हजारों किसान इसके लिए तैयार भी है।
उत्तरप्रदेश-गुजरात में मूंग की खरीदी शुरू
भारतीय किसान संघ के प्रांत महामंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि उत्तरप्रदेश और गुजरात सरकार ने मूंग और उड़द की खरीदी का प्रस्ताव केंद्र सरकार के कृषि मंत्रालय को भेज दिया है, जिसमें समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी करने का केंद्र सरकार ने आदेश भी जारी कर दिया है। उत्तरप्रदेश ने 140 खरीदी केंद्र निर्धारित भी कर दिए हैं, और शनिवार से उन केंद्रों में मूंग खरीदी प्रारंभ भी हो जायेगी, पर मध्यप्रदेश सरकार क्यों प्रस्ताव नहीं भेज रही है इसका जबाब सरकार को देना चाहिए।
भारतीय किसान संघ का कहना है कि यूपी-गुजरात में खरीदी शुरू होने वाली है, पर एमपी में नहीं।
जबलपुर-दमोह मार्ग पर किसानों ने किया था चक्काजाम
जबलपुर में 9 दिन पहले सैकड़ों किसानों ने मूंग,उड़द की समर्थन मूल्य में खरीदी ना होने से नाराज होकर जबसपुर-दमोह मार्ग पर चक्काजाम कर दिया था। किसानों का कहना है कि शासन ने उड़द और मूंग का समर्थन मूल्य 8200 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित तो कर दिया, पर खरीदी शुरू नहीं की, जिसके चलते व्यापारी 5 हजार से बोली शुरू करते हैं और 5800 रुपए में लाकर खत्म कर देते हैं। इस रेट से किसानों की लागत तक नहीं निकल पाती है। कम से कम 7 हजार रुपए प्रति क्विंटल के भाव से उड़द खरीदी जाए। तब जाकर किसानों को कुछ पैसा बचेगा। किसानों का कहना था कि अगर 5 हजार से 5500 रुपए में फसल बेचेगा, तो उनको बहुत अधिक नुकसान है। इसलिए शासन को इस और ध्यान देना चाहिए।