हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के पूर्व वर्किंग प्रेसिडेंट एवं श्री रेणुकाजी से विधायक विनय कुमार आज दिल्ली में मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष की रेस में विनय का नाम आने के बाद उन्हें दिल्ली बुलाया गया है। क्योंकि कांग्रेस 2027 के
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SC नेता विनय कुमार 3 दिन से दिल्ली में डटे हुए हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे के कर्नाटक में होने की वजह से उनकी मुलाकात नहीं हो पाई। आज खड़गे की दिल्ली वापसी है और विनय कुमार को आज मिलने के लिए बोला गया है। ऐसे में खड़गे और विनय कुमार की यह मुलाकात नया प्रदेश अध्यक्ष चुनने के लिए अहम मानी जा रही है।
SC वोट साधने को इन दो नेताओं के नाम भी आगे किए गए
SC वोट साधने के लिए विनय कुमार से पहले कसौली से विधायक विनोद सुल्तानपुरी और भोरंज से MLA सुरेश कुमार का नाम भी अध्यक्ष के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने आगे बढ़ाया था। मगर इन दोनों के अनुभव को देखते हुए सभी सीनियर नेताओं की सहमति नहीं बन पाई। दोनों नेता पहली बार विधानसभा पहुंचे हैं।
विनय कुमार का अनुभव आ सकता है काम
वहीं विनय कुमार लगातार तीसरी बार विधायक चुने गए हैं। वर्तमान में वह विधानसभा उपाध्यक्ष भी है। वह कांग्रेस के वर्किंग प्रेसिडेंट और पूर्व वीरभद्र सरकार में सीपीएस भी रह चुके हैं।
हॉली लॉज और वीरभद्र समर्थक माने जाते हैं
विनय कुमार को हॉली लॉज खासकर डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री का समर्थक जरूर माना जाता है। मगर बीते ढाई सालों के दौरान कई सियासी परिवर्तन देखने को मिले है और सीएम सुक्खू ने विनय कुमार को विधानसभा उपाध्यक्ष बनाया है। अब देखना दिलचस्प होगा कि मुख्यमंत्री सुक्खू कांग्रेस अध्यक्ष के लिए उनके नाम का समर्थन करेंगे या नहीं? आखिरी फैसला हाईकमान को ही लेना है।
अध्यक्ष बनाए गए तो छोड़ना पड़ सकता है विस उपाध्यक्ष पद
विनय कुमार यदि कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाते हैं तो उन्हें विधानसभा उपाध्यक्ष पद छोड़ने को कहा जा सकता है। इस पर अंतिम फैसला हाईकमान की करेगा और आज मीटिंग पर काफी कुछ निर्भर करेगा।
नॉन SC में से 5 चेहरे अध्यक्ष की रेस में
हिमाचल में नॉन SC में से पंचायतीराज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, विधायक कुलदीप राठौर, संजय अवस्थी का नाम अध्यक्ष पद के लिए लिया जा रहा है। वहीं होली लॉज समर्थकों ने विक्रमादित्य सिंह का नाम भी अध्यक्ष के लिए आगे किया है। विरोधी खेमे द्वारा डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री का नाम भी अध्यक्ष पद के लिए आगे किया गया था। यह प्रस्ताव हाईकमान के समक्ष रखा गया था। मगर इस पर मुकेश नाराज दिखे थे। तब उन्होंने सोशल मीडिया पर तंज कसते हुए लिखा था, साजिशों के दौर, झूठ के पांव नहीं होते।
गुटबाजी की वजह से लटकी ताजपोशी
विनय कुमार से पहले मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू, प्रतिभा सिंह, मुकेश अग्निहोत्री एक नहीं अनेको बार अध्यक्ष को लेकर कांग्रेस हाईकमान से मिल चुके हैं। मगर गुटबाजी की वजह से कांग्रेस हाईकमान नया अध्यक्ष तय नहीं कर पा रही है। मौजूदा अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का तीन साल का कार्यकाल 25 अप्रैल 2025 को पूरा हो चुका है।