सभी 13 अखाड़े अपने अपने शिविरों में महाकुंभ के पहले स्थापित करेंगे धर्म ध्वजा।
महाकुंभ मेला क्षेत्र में अब साधु-संतों का आगमन शुरू होने लगा है। नगर प्रवेश, छावनी प्रवेश के साथ ही साथ अखाड़ों में अब धर्म ध्वजा स्थापित करने की भी प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसी क्रम में आज शनिवार को तीनों अनि अखाड़े (निर्वाणी अनि, निर्मोही अनि व दिगंब
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दरअसल, इस धर्म ध्वजा में शामिल होने के लिए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी आज यहां आना था लेकिन देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद राष्ट्रीय शोक घोषित हो गया और ऐसे में मुख्यमंत्री के यहां आने का कार्यक्रम भी एक दिन पहले निरस्त हो गया।
महाकुंभ कार्यों का निरीक्षण भी करने वाले थे CM धर्म ध्वजा कार्यक्रम में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री को 13 अखाड़ों के प्रतिनिधियों के साथ उनके शिविर में महाकुंभ संबंधित वार्ता भी करनी थी। दोपहर करीब एक बजे उन्हें मेला प्राधिकरण कार्यालय में अफसरों के साथ बैठक भी करनी थी। लेकिन अब जल्द ही मुख्यमंत्री के आने की कोई दूसरी तारीख तय हो सकती है। निर्माेही अनि अखाड़े के अध्यक्ष महंत राजेंद्र दास ने बताया कि भव्य तरीके से हम लोग धर्म ध्वजा स्थापित करने जा रहे हैं।