पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला पर बनी डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। पिता बलकौर सिंह ने चैनल की तरफ से बनाई गई डॉक्यूमेंट्री के खिलाफ कड़ा ऐतराज जताते हुए लीगल नोटिस भेजा है। इसके साथ ही मुम्बई पुलिस के डीजीपी व जुहू पुलिस को प
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मूसेवाला के परिवार के लीगल काउंसलर गुरबिंदर सिंह डॉक्यूमेंट्री की प्रोड्यूसर और सीरीज प्रोड्यूसर को कानूनी नोटिस भिजवाया है। जिसमें पिता बलकौर सिंह ने आरोप लगाया है कि डॉक्यूमेंट्री में सिद्धू मूसेवाला से जुड़ी अप्रकाशित सामग्री, निजी जानकारियां और हत्या से जुड़ी जांच को बिना परिवार की अनुमति के दिखाया जा रहा है। उन्होंने इसे न केवल अवैध, बल्कि मानसिक रूप से पीड़ादायक और भारतीय कानूनों का उल्लंघन बताया है।
स्क्रीनिंग रोकने की मांग
बलकौर सिंह ने अपने पत्र में कहा: “यह डॉक्यूमेंट्री मेरे बेटे की आवाज़, छवि और कहानी का गैरकानूनी उपयोग करती है, जिससे न केवल परिवार को आघात पहुंचेगा, बल्कि इससे सार्वजनिक अशांति और न्यायिक जांच में बाधा भी आ सकती है।”
उन्होंने पुलिस से अनुरोध किया कि इस अनधिकृत कार्यक्रम को रोका जाए और आयोजकों पर कानूनी कार्रवाई की जाए।
बलकौर सिंह की तरफ से भेजा गया नोटिस।
लीगल नोटिस में तीन प्रमुख बातों पर दिया गया जोर
एडवोकेट गुरविंदर सिंह संधू द्वारा ईशलीन कौर और अंकुर जैन को भेजे गए लीगल नोटिस में निम्न प्रमुख बातों की मांग की गई है:
- डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग और प्रचार तत्काल प्रभाव से रोका जाए
- सिद्धू मूसेवाला के नाम, तस्वीर, आवाज और कहानी का उपयोग बंद किया जाए
- 24 घंटे के भीतर सार्वजनिक माफीनामा जारी किया जाए
चेतावनी दी गई है कि यदि ये शर्तें पूरी नहीं की जातीं, तो नुकसान भरपाई, आपराधिक केस और स्थगन आदेशों सहित सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
भेजे गए नोटिस का दूसरा पन्ना।
डॉक्यूमेंट्री के विषय पर बलकौर सिंह का ऐतराज
चैनल द्वारा भेजे गए आमंत्रण में इस डॉक्यूमेंट्री को इन्वेस्टिगेटिंग डॉक्यूमेंट्री ऑन सिद्धू मूसेवाला बताया गया है। इसमें निम्नलिखित बातों को प्रमुख रूप से शामिल करने की बात कही गई है:
- “आवर्स ऑफ अनसीन आर्काइव” – यानी सिद्धू मूसेवाला के ऐसे निजी वीडियो, रिकॉर्डिंग या फुटेज जो पहले कभी सार्वजनिक नहीं हुए थे।
बलकौर सिंह का कहना है कि इन फुटेज का स्रोत स्पष्ट नहीं है और बिना पारिवारिक अनुमति के इन्हें दिखाना निजता का घोर उल्लंघन है।
- “एक्सक्लूसिव एक्सेस टू सिद्धूज़ फ्रेंड्स एंड कोलैबोरेटर्स” – यह दावा किया गया है कि डॉक्यूमेंट्री में उनके दोस्तों और करीबी साथियों के साथ विशेष इंटरव्यू शामिल हैं।
बलकौर सिंह के अनुसार, इन बयानों का प्रयोग संदर्भ से काटकर किया जा सकता है और यह मूसेवाला की छवि को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का प्रयास हो सकता है।
- “इन्वेस्टिगेट्स द ओरिजिन्स ऑफ अ मर्डर दैट इज़ स्टिल अनरिज़ॉल्व्ड” – यानी यह डॉक्यूमेंट्री सिद्धू मूसेवाला की हत्या की ‘जड़’ तक जाने का दावा करती है, जबकि केस अभी अदालत में विचाराधीन है।
बलकौर सिंह का मानना है कि इससे जांच प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है, क्योंकि इसमें कई गैर-सत्यापित तथ्य और कयासबाजी को शामिल किया गया है।
इस डॉक्यूमेंट्री के जरिए मूसेवाला की हत्या को सनसनीखेज रूप देने की कोशिश की जा रही है। बलकौर सिंह का कहना है कि यह न सिर्फ मृतक की गरिमा के खिलाफ है, बल्कि परिवार को मानसिक आघात पहुंचाने वाली बात भी है।
मुम्बई डीजीपी को भेजा गया खत।
डीजीपी मुम्बई को भेजी शिकायत
सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने 7 जून 2025 को मुंबई पुलिस के डीजीपी को पत्र लिखकर 11 जून को जुहू के सोहो हाउस में होने वाली एक डॉक्यूमेंट्री स्क्रीनिंग को रोकने की मांग की है।
बलकार सिंह का कहना है कि चैनल द्वारा बनाई जा रही इस डॉक्यूमेंट्री में उनके बेटे की निजी जानकारी और हत्या से जुड़े संवेदनशील विषयों को बिना अनुमति दिखाया गया है। निर्माता के रूप में इशलीन कौर और अंकुर जैन का नाम सामने आया है।
उन्होंने आरोप लगाया है कि फिल्म में सिद्धू मूसेवाला की अप्रकाशित तस्वीरें, आवाज और व्यक्तिगत जानकारी का गैरकानूनी इस्तेमाल किया गया है। उनका कहना है कि इससे चल रही जांच प्रभावित हो सकती है और कानून-व्यवस्था बिगड़ सकती है।
बलकार सिंह ने पुलिस से तत्काल इस कार्यक्रम को रोकने और आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने निर्माताओं के खिलाफ सिविल और कानूनी कार्रवाई की भी चेतावनी दी है।