झरिया जामाडोबा निवासी ऑटो चालक अखिलेश प्रसाद पिछले दो महीने से अपनी बीमार पत्नी के इलाज के लिए परेशान हैं।
धनबाद में एक ऑटो चालक अपनी पत्नी के इलाज के लिए सिविल सर्जन कार्यालय का चक्कर काट रहा है, पर उसे आज तक कोई मदद नहीं मिल पाई है। दरअसल, चालक मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी उपचार योजना के तहत सहायता प्राप्त कर पत्नी का इलाज कराना चाहता है, पर अब तक उसकी आर्थ
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झरिया जामाडोबा निवासी ऑटो चालक अखिलेश प्रसाद पिछले दो महीने से अपनी बीमार पत्नी के इलाज के लिए परेशान हैं। अखिलेश की पत्नी की हालत गंभीर बनी हुई है और वो इस समय धनबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं।
परिवार की आर्थिक स्थिति पहले से ही कमजोर थी और इलाज के बढ़ते खर्च ने अखिलेश को अपने ऑटो तक को बेचने के लिए मजबूर कर दिया। अब स्थिति यह है कि दवाइयों और अस्पताल के अन्य खर्चों के लिए भी उनके पास पैसे नहीं बचे हैं।
फाइल अब तक प्रक्रिया में ही अटकी हुई है: अखिलेश प्रसाद पीड़ित ऑटो चालक ने बताया कि उन्होंने दो महीने पहले मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी उपचार योजना के तहत आवेदन दिया था, लेकिन फाइल अब तक प्रक्रिया में ही अटकी हुई है। सिविल सर्जन कार्यालय से बार-बार चक्कर लगाने के बावजूद कोई समाधान नहीं निकल सका। वहीं, अखिलेश ने सरकार से पत्नी के इलाज के लिए आर्थिक सहायता की मांग की है।
इधर, सिविल सर्जन चंद्रभानू प्रतापन के अनुसार, मुख्यमंत्री असाध्य रोग योजना के तहत रोगी को 5 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई है। इसके अलावा अतिरिक्त 3 लाख रुपए का आवेदन भी मंजूर किया गया है। राशि का भुगतान रांची स्वास्थ्य विभाग से होना है। विभाग से फंड पास होने के बाद ही धनबाद सिविल सर्जन कार्यालय आगे की कार्रवाई कर सकेगा।