मुजफ्फरपुर जिले के बेला थाना परिसर में शराब विनष्टिकरण के दौरान शराब की बड़ी खेप गायब होने का मामला सामने आया है। इस घोटाले में थाने के प्राइवेट मुंशी और ठेकेदार की संलिप्तता पाई गई है, जिन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पूरे मामले में लापरवाही
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मंगलवार को बेला थाना परिसर में शराब विनष्टिकरण किया जा रहा था। इसी दौरान थाना प्रभारी रंजना वर्मा किसी काम से पांच मिनट के लिए बाहर गईं। मौके का फायदा उठाकर ठेकेदार और मुंशी ने मजदूरों की मदद से 17 पेटी शराब एक वैगनआर कार में लोड कर फरार कर दी।
थाने में मौजूद पुलिस कर्मियों को जब इस घोटाले की भनक लगी, तो उन्होंने तुरंत वरीय अधिकारियों को सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए धीरनपट्टी इलाके से गायब शराब की खेप को बरामद कर लिया।
वरिष्ठ अधिकारियों की जांच जारी
घटना की गंभीरता को देखते हुए सिटी एसपी विश्वजीत दयाल और टाउन डीएसपी सीमा देवी रात में ही बेला थाना पहुंचे और जांच शुरू की। थाना परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला जा रहा है।
सिटी एसपी विश्वजीत दयाल ने बताया कि शराब विनष्टिकरण के दौरान धीरनपट्टी में शराब लदी एक कार पकड़ी गई। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि शराब को ठेकेदार और मजदूरों की मिलीभगत से चोरी कर ले जाया गया था।
थाना प्रभारी निलंबित, विभागीय कार्रवाई होगी
एसएसपी सुशील कुमार ने बताया कि बेला थाना प्रभारी रंजना वर्मा की लापरवाही सामने आई है, इसलिए उन्हें निलंबित कर दिया गया है। मामले में विभागीय कार्रवाई की जाएगी और घटना में शामिल सभी कर्मियों पर कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। शराब विनष्टिकरण की प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी बनाने के निर्देश दिए गए हैं।