मुजफ्फरपुर में मौसम में बदलाव होते ही एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (चमकी बुखार) के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। मंगलवार 2 और बच्चों में AES की पुष्टि हुई है। जिले में अब तक 24 केस सामने आ चुके हैं। 21 बच्चे मुजफ्फरपुर से और सीतामढ़ी, गोपालगंज, शिवह
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सकरा प्रखंड के प्रिंस कुमार (5) को बुखार आने के बाद परिजनों ने पहले स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों SKMCH रेफर कर दिया। जांच में AES कू पुष्टि हुई है। जिसके बाद पीकू वार्ड में इलाज चल रहा है। इसके अलावा कांटी प्रखंड के लड्डू कुमार(2.5) को भी बुखार आने के बाद परिजनों ने अस्पताल में भर्ती करवाया।
सदर अस्पताल में खुला कंट्रोल रूम
शिशु रोग विशेषज्ञ गोपाल शंकर सहनी ने बताया कि इलाज के बाद दोनों बच्चों को अस्पातल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की पूरी तैयारी है। सभी दवाइयां उपलब्ध हैं। ग्रामीण इलाकों में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। सदर अस्पताल में कंट्रोल रूम खोला गया है। कंट्रोल रूम 24 घंटे खुला रहेगा। स्वास्थ्यकर्मियों की ड्यूटी लगा दी गई है। किसी तरह की कोई परेशानी आने पर कंट्रोल रूम से इसका निदान किया जाएगा।
सावधानी बरतने की अपील
डॉक्टरों ने अभिभावकों को सलाह दी है कि बच्चों को उबला हुआ पानी पिलाएं। डायरिया होने पर ओआरएस का घोल दें और पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ पिलाएं। घर में साफ-सफाई रखें और मच्छरों से बचाव के उपाय करें। इसके अलावा पीलिया, जुकाम और खांसी के मामले भी सामने आ रहे हैं, जिसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है।