एसपी ऑफिस में मौजूद फरियादी पक्ष
मुरैना में जमीन की फर्जी रजिस्ट्री का एक बड़ा मामला सामने आया है। 45 लाख में तय सौदे की जगह करीब सात करोड़ की कीमत वाली जमीन की रजिस्ट्री कराए जाने का पता चलते ही भूमि मालिक ने रजिस्ट्री के कागजात फाड़ दिए। मामले में रजिस्ट्रार कार्यालय पर भी गंभीर आ
.
मंगलवार को फरियादी एसपी ऑफिस पहुंचा तथा एसपी से आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज करने की बात कही। उसने इस मामले में रजिस्ट्रार के भी शामिल होने के आरोप लगाए।
बाबूलाल पिता भोगीराम पचौरी, निवासी मिल एरिया रोड दत्तपुरा, मुरैना ने बताया कि उसकी मुरैना गांव में जमीन है, जिसका सर्वे नंबर-1178/2 है। यह जमीन गांव के दाऊजी मंदिर वार्ड में है। इसे बेचने का सौदा उन्होंने राधा पति तरुण राजौरिया, अभय दंडौतिया और रामनरेश से किया था।
इस पूरी जमीन की कीमत का सौदा 45 लाख रुपए में हुआ, इसके साथ ही यह तय हुआ था कि इस जमीन की दो रजिस्ट्रियां अलग-अलग नामों से होगी। बाबूलाल पचौरी और उनके बेटे राजीव पचौरी इसके लिए सहमत हो गए।
इस प्रकार होनी थी रजिस्ट्री
इस 4845 वर्ग फुट जमीन में से 2200 वर्गफुट जमीन राधा राजौरिया पत्नी तरुण राजौरिया, निवासी किसान भवन जीवाजी गंज मुरैना के नाम होना थी। शेष बची 2651 वर्गफुट जमीन की रजिस्ट्री अभय दंडौतिया निवासी महावीरपुरा मुरैना और रामनरेश निवासी रैमजा का पुरा, हांसी मेवदा के नाम से होना थी।
जमीन की रजिस्ट्री से पहले दोनों खरीददारों ने बेचदार बाबूलाल पचौरी को साढ़े अठारह लाख रुपए तथा इक्कीस लाख पच्चीस हजार रुपए उनके बैंक खातों में जमा करा दिए थे। इसके 29 मार्च 2025 को रजिस्ट्री करना तय हुआ।
बाबूलाल ने बताया कि इसके बाद 29 मार्च को दोनों पार्टियाें के साथ बाबूलाल तथा उनके पुत्र राजीव पचौरी मुरैना के रजिस्ट्रार कार्यालय पहुंचे। वहां दो रजिस्ट्रियों के कागजात बनाए गए थे। मौके पर रजिस्ट्रार प्रेमनंदन सिंह, तथा सब रजिस्ट्रार बलराम सिंह भदौरिया मौजूद थे। जब दोनों रजिस्ट्रियों का कार्य हुआ।
इस दौरान बाबूलाल के बेटे राजीव पचौरी ने जब गौर से रजिस्ट्री को जब पढ़ा तो पता लगा कि एक रजिस्ट्री में तो उसकी 4851 वर्गफुट पूरी जमीन की रजिस्ट्री करा ली गई थी तथा दूसरी रजिस्ट्री में उसकी हिंगौना खुर्द मौजे की धौलपुर रोड स्थित जमीन की रजिस्ट्री करा ली गई थी।
यह जमीन मुरैना के प्रसिद्ध होटल इन्द्र लोक के सामने हैं तथा जिसकी वर्तमान कीमत लगभग 7 करोड़ रुपए है। जैसे ही राजीव पचौरी ने उस रजिस्ट्री को पढ़ा तो उन्होंने उसे तुरंत फाड़ दिया तथा मौके पर मौजूद रजिस्ट्रार प्रेमनंदन सिंह, तथा सब रजिस्ट्रार बलराम सिंह भदौरिया मौजूद थे। इसके बाद वहां पर झगड़ा शुरू हो गया।
राजीव पचौरी और उनके पिता बाबूलाल पचौरी रजिस्ट्रार तथा सब रजिस्ट्रार से झगड़ने लगे। मौके पर मौजूद एक व्यक्ति ने वीडियो भी बना लिया। हालांकि वीडियो में रजिस्ट्रार यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि वे उस रजिस्ट्री को निरस्त कर देंगे लेकिन राजीव पचौरी व बाबूलाल पचौरी का कहना है कि रजिस्ट्रार द्वारा अभी तक उस रजिस्ट्री को कैंसिल नहीं किया गया है। उनके साथ धोखाधड़ी की गई है तथा अब उन दोनों खरीददारों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया जाए।
कलेक्टर से लेकर एसपी तक लगाई गुहार
बाबूलाल व उनके पुत्र राजीव पचौरी मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे तथा वहां मौजूद एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर उनके साथ न्याय करने की बात कही। इसके बाद वे लोग एसपी ऑफिस पहुंचे तथा एसपी को आवेदन सौंप कर दोनों खरीददारों के खिलाफ धोखाधड़ी करने का आवेदन किया है। इससे पहले वह कोतवाली थाने व रजिस्ट्रार कार्यालय में जाकर आवेदन दे चुके हैं लेकिन उनके किसी भी आवेदन पर विचार नहीं किया गया है।
फरियादी राजीव पचौरी ने बताया-
हमारे साथ धोखा किया गया है। हमारा दोनों खरीददारों से केवल मुरैना गांव वाली 4851 वर्गफुट जमीन का सौदा हुआ था जिसकी राशि हमें मिल चुकी है लेकिन हिंगौना खुर्द मौजे की जमीन का सौदा नहीं हुआ था, जिसकी हमारे पिता से धोखे से रजिस्ट्री करवा ली गई है। अब हमारी पुलिस व जिला प्रशासन से मांग है कि धोखा करने वाले दोनों खरीददारों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया जाए।