सोमवार को व्यापारी एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच से मिले थे।
साइबर फ्रॉड का पैसा खातों में न आ जाए ये डर इंदौर के मोबाइल व्यापारियों को सता रहा है। करीब एक दर्जन व्यापारियों के खाते इस वजह से फ्रीज है। जिसे अन फ्रीज कराने के लिए वे परेशान हैं। वे ऑनलाइन पेमेंट लेने के विरोध में है। इस मामले में अब एसोसिएशन के
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सोमवार को ही जेल रोड व्यापारी संघ के अध्यक्ष के साथ पीड़ित व्यापारी क्राइम ब्रांच में शिकायत करने पहुंचे थे। अब एसोसिएशन व्यापारियों के साथ बैठक कर इस मामले में बड़ी रणनीति तैयार करने वाला है।
पिछले कुछ महीनों से इंदौर के अलग-अलग व्यापारियों के खातों में साइबर फ्रॉड का पैसा आने की शिकायतें हुई है। ये पैसा आने से उनके खाते फ्रीज हो गए है, जिसे अन फ्रीज कराने के लिए वे परेशान हो रहे है। खाते फ्रीज होने से जहां उनके व्यापार और उसकी साख पर असर पड़ रहा है, वहीं रोजमर्रा की जरूरतों सहित ईएमआई तक भरने में परेशानी हो रही है।
पिछले माह इंदौर के रिटेल गारमेंट्स एसोसिएशन ने साइबर फ्रॉड का पैसा खातों में आने और खाते फ्रीज होने के चलते UPI पेमेंट लेने पर रोक लगा दी थी। हालांकि पुलिस अधिकारियों की समझाइश और बातचीत के दौर के बाद उन्होंने UPI से पेमेंट लेना शुरू भी कर दिया था। अब यहीं स्थिति इंदौर के जेल रोड के मोबाइल व्यापारियों के साथ होती नजर आ रही है।
खातों में आ रहा साइबर फ्रॉड का पैसा सोमवार को जेल रोड व्यापारी संघ के अध्यक्ष राजकुमार शर्मा के साथ जेल रोड के कई मोबाइल व्यापारी क्राइम ब्रांच पहुंचे थे। जहां उन्होंने साइबर फ्रॉड का पैसा खातों में आने और खाते फ्रीज होने की शिकायतें की थी। एक दर्जन से ज्यादा मोबाइल व्यापारियों के खातों में साइबर फ्रॉड का पैसा आने के कारण खाते फ्रीज हो गए थे, जिसे खुलवाने के लिए वे एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश दंडोतिया से मिले थे। उनकी यहीं मांग थी कि उनके फ्रीज खातों को अन फ्रीज किया जाए।
खाते अनफ्रीज कराने दिया है लेटर जेल रोड व्यापारी संघ के अध्यक्ष राजकुमार शर्मा ने बताया कि इस मामले में व्यापारी संघ की तरफ से एक लेटर एडिशनल डीसीपी को दिया जाएगा, ताकि व्यापारियों के फ्रीज खातों को अन फ्रीज कराया जा सके। साथ ही जिन व्यापारियों के खाते फ्रीज है उन्हें डॉक्यूमेंट्स लाने के लिए भी एडिशनल डीसीपी ने कहा है।
यह बोले संघ के अध्यक्ष राजकुमार शर्मा…
- सवाल : जेल रोड पर कितने मोबाइल व्यापारी और दुकानें है ?
- जवाब : जेल रोड पर होलसेल मोबाइल मार्केट, सैकंड हैंड मोबाइल, मोबाइल एक्सेसरीज का बड़ा व्यापार है। यहां एक हजार से ज्यादा व्यापारी और इससे ज्यादा छोटी-बड़ी दुकानें हैं।
- सवाल : यहां रोजाना कितनी करोड़ का व्यापार होता है ?
- जवाब : रोजाना यहां सभी व्यापार मिलाकर 20 से 25 करोड़ रुपए का व्यापार होता है।
- सवाल : यह प्रदेश का सबसे बड़ा मोबाइल मार्केट है?
- जवाब : यह प्रदेश का सबसे बड़ा मोबाइल मार्केट है, यहां कई शहरों से लोग मोबाइल और मोबाइल का सामान खरीदने आते हैं।
- सवाल : कितने प्रतिशत व्यापारी इससे प्रभावित है?
- जवाब : साइबर फ्रॉड के कारण 40 प्रतिशत दुकानदार के खाते फ्रीज हो गए हैं।
- सवाल : ये पैसा कहां-कहां से आया?
- जवाब : साइबर फ्रॉड का ये पैसा केरला, हैदराबाद, चंडीगढ सहित अन्य राज्यों से आया है।
- सवाल : खातों में कितना पैसा अटका है?
- जवाब : किसे का 30 लाख का तो किसी का 40 लाख का खाता फ्रीज कर दिया है। 15 हजार 20 हजार के साइबर फ्रॉड के पैसों के लिए ऐसे कई खाते फ्रीज कर दिए हैं।
- सवाल : व्यापारियों की समस्या के लिए क्या कर रहे हैं?
- जवाब : इस समस्या से निपटने के लिए आगामी गुरुवार को व्यापारियों के साथ एक बैठक की जाएगी। जिसमें आगे की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
कारोबारी हीरालाल थारवानी के अकाउंट में ट्रांजेक्शन के बाद बैंक खाता फ्रीज कर दिया गया।
एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया से सीधी बात सवाल : कहां-कहां के व्यापारियों के खाते फ्रीज किए गए हैं? जवाब : भारत के अलग-अलग राज्यों से व्यापारियों के खाते फ्रीज किए गए हैं। कर्नाटक, चेन्नई, असर आदि राज्यों से खाते फ्रीज हुए हैं। सवाल : इन व्यापारियों की समस्या दूर करने के लिए क्या किया जा रहा है? जवाब : सभी मोबाइल व्यापारियों को डॉक्यूमेंट्स तैयार करने के लिए कहा है सवाल : संबंधित थानों से भी चर्चा की जाएगी? जवाब : इस संबंध में डॉक्यूमेंट्स आने के बाद संबंधित थानों पर चर्चा की जाएगी, उसने कम्युनिकेट करके डॉक्यूमेंट्स को भेज कर लीन लगाकर खातों को अन फ्रीज कराने की कोशिश की जाएगी। सवाल : कितने व्यापारी इससे प्रभावित हैं? जवाब : व्यापारी जो मिलने आए थे वे 10-12 व्यापारी थी, जिनके खाते फ्रीज हुए है ओर भी व्यापारियों के बारे में उन्होंने बताया है, जिनके खाते फ्रीज है। सवाल : इंदौर एक गढ़ बन रहा है साइबर फ्रॉड के पैसों का, इसके पहले भी ऐसे मामले आ चुके हैं? जवाब : इसमें व्यापारियों का कोई दोष नहीं है। साइबर फ्रॉड का पैसा आता है तो खाता फ्रीज हो जाता है। सभी जगह की स्थिति ऐसी है होगी, संभवत: ऐसे मामलों में निश्चित ही सीनियर लेवल पर कोई न कोई निर्णय लिया जा रहा होगा और कोई प्रैक्टिकल सॉल्यूशन निकाला जाएगा।
बैठक में होगी विभिन्न मुद्दों पर चर्चा राजकुमार शर्मा ने बताया कि इस मामले में व्यापारियों से के साथ गुरुवार को एक बैठक की जाएगी। इसमें विभिन्न मुद्दों पर व्यापारियों से बातचीत करेंगे। बताया जा रहा है कि व्यापारी इस समस्या को दूर करने के लिए कोई बड़ी रणनीति बना सकते है। जिसमें कुछ समय के लिए ऑनलाइन पेमेंट नहीं लेने या मार्केट कुछ समय के लिए मार्केट बंद करने जैसी बातें सामने आ रही है। सभी व्यापारियों की सहमति के बाद ही बैठक में कोई निर्णय लिया जाएगा।
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