दुकानदारों से मोहर के बारे में जानकारी लेते मजिस्ट्रेट अजय कुमार।
मुजफ्फरपुर के स्टेशन रोड और सदर अस्पताल रोड के आसपास मोहर बनाने वाले दुकानों पर शनिवार को अचानक मजिस्ट्रेट अजय कुमार के नेतृत्व में पुलिस की टीम जांच पड़ताल को पहुंची। मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में नगर थाने की पुलिस टीम ने असली और नकली मोहरों की जांच-पड़
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इसके अलावा, प्रधानमंत्री आवास योजना में दिए गए कई आवेदनों में भी फर्जी मोहर पाए जाने के बाद ये कार्रवाई की गई है। मौके पर मौजूद मजिस्ट्रेट अजय कुमार ने बताया कि स्टेशन रोड और सदर अस्पताल रोड में मोहर बनाने वाले दुकानों की जांच की जा रही है साथ ही उनसे स्पष्टीकरण भी मांगा गया है कि किसी अधिकारी का मोहर वह कैसे बना देते थे।
दुकानदारों से जानकारी लेते मजिस्ट्रेट अजय कुमार।
दरअसल, दिसंबर में मुजफ्फरपुर स्टेशन पर से लोकल ट्रेन की टिकट को मेन्युप्लेट कर लंबी दूरी की ट्रेन की टिकटों में माइक्रो स्टांप के माध्यम से बदलने वाले गिरोह को पकड़ा गया था। गिरोह के पास से सैकड़ों की संख्या में माइक्रो स्टैंप जब्त किया गया था।
गिरोह से पूछताछ के बाद जांच में पाया गया था कि मोहर बनाने वाले कुछ दुकानदार पैसों के लालच में फर्जी मोहर बनाकर ऐसे गिरोह को उपलब्ध करा रहे हैं। ये भी जानकारी मिली कि मोहर बनवाने वाले दुकानदार किसी भी सरकारी ऑफिस या अधिकारी का मोहर बना देते हैं।