इंदिरापुरम कॉलोनी में बने लकड़ी के गोदाम में लगी भीषण आग।
यमुनानगर के जगाधरी स्थित इंदिरापुरम कॉलोनी में बने लकड़ी के गोदाम में लगी भीषण आग पर रात 12 बजे तक काबू पाया गया। हालांकि धुआं फिर भी सुबह पांच बजे तक उठता रहा। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां एक के बाद एक आती रही। 15 गाड़ियों और 25 से 30 दमकल कर्मी शाम के 6 ब
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पुलिस प्रशासन भी देर रात तक मौके पर तैनात रहा। छह घंटे चले आग के तांडव में आसपास के घरों पर खतरा मंडराता रहा। हादसे में हताहत तो कोई नहीं हुई लेकिन 4-5 घरों में किसी की छत की बाउंडरी टूट, किसी के घर की खिड़कियां और शीशे तो किसी का घर आग की लपटों और धुएं से काला हो गया।
लकड़ी के गोदाम में लगी भीषण
तंग गली के कारण गाड़ी नहीं गई अंदर
गोदाम में लकड़ियों के साथ मशीनें भी रखी हुई थी। वहां काम करने वालों का कहना है कि यहां कई लाख रुपए का सामान था, जो अब जलकर राख हो गया है। वहीं जहां ये गोदाम बना हुआ था वह गली छोटी होने के कारण फायर ब्रिगेड की गाड़ी घटना स्थल के पास नहीं जा सकीं।
ऐसे में दमकल की गाड़ी काे बाहर मुख्य सड़क पर खड़ा कर लंबे पाइपों का सहारा लिया गया। आसपास की कॉलोनियों से भी लोग मौके पर पहुंच प्रशासन की सहायता में जुट गए। देर रात तक जारी आगजनी के कारण लोगों की नींद वैसे ही उड़ी हुई थी वहीं एरिया में पूरी रात बत्ती गुल रही, जिस कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
लकड़ी के गोदाम का शटर तोड़कर आग पर काबू पाने का प्रयास करते दमकल कर्मी।
फायर सेफ्टी पर उठे सवाल
बुधवार की शाम तेज आंधी तूफान और बारिश के बीच गोदाम से धुआं उठता नजर आया तो आसपास के लोगों ने गोदाम के मालिक राजू धीमान को सूचित किया। देखते ही देखते आग की लपटें गोदाम से बाहर आने लगी। तभी पुलिस और फायर ब्रिगेड को मौके पर बुलाया। फिलहाल आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है।
आगजनी की इस घटना से आस पड़ोस के लोग अब गोदाम में फायर सेफ्टी को लेकर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि गोदाम में ऊपर से लेकर नीचे तक लकडियां भरी हुई थी, लेकिन फायर सेफ्टी के पुख्ता प्रबंध नहीं थे। आग लगने से गोदाम के मालिक को तो नुकसान हुआ ही है साथ में आस पास के घरों को भी खामियाजा भुगतना पड़ा है।
घर की छतों से फायर ब्रिगेड गाड़ी का पाइप गोदाम तक पहुंचाते आसपास के लोग।
अंदर लगी आग से जलकर लाल हुआ गोदाम का शटर।