पंजाब के पटियाला स्थित राजिंदरा अस्पताल में बिजली गुल होने का मामला पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में पहुंच गया है। इस मामले में एक जनहित याचिका दायर हुई है। उच्च अदालत ने इस मामले की सुनवाई करते हुए राज्य सरकार से स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। मामले की अगली
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चार दिन पहले मामला आया था सामने
चार दिन पहले डॉक्टर एक कैंसर मरीज का ऑपरेशन कर रहे थे। इसी दौरान लाइट चली गई थी। इसके बाद वेंटिलेटर मशीन बंद हो गई थी। गुस्साए डॉक्टरों ने इसका वीडियो बना लिया था। डेढ़ मिनट के वीडियो में एक डॉक्टर बोलते सुनाई दे रहे थे कि राजिंदरा अस्पताल की मेन इमरजेंसी की लाइट आ जा रही है। उनका कहना था कि अगर ऐसे में मरीज की जान चली जाए तो कौन जिम्मेदार होगा। मामला राजनीतिक रंग ले गया था। हालांकि उसके बाद पंजाब के सेहत मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि लाइट जाने के बाद यंग जूनियर डॉक्टर घबरा गया था। मरीज का ऑपरेशन नॉर्मल हुआ है।
राजिंदरा अस्पताल में लाइट गुल होने का वायरल वीडियो।
पंजाब सरकार की तरफ से अब सरकारी अस्पतालों में बिजली आपूर्ति और अग्नि सुरक्षा का ऑडिट करवाने का फैसला लिया है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक में यह फैसला लिया गया है। वहीं, पीएसपीसीएल जो भी अस्पताल संभव होगा, वहां बिजली के लिए वैकल्पिक हॉटलाइन की व्यवस्था करेगा। ताकि लोगों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। इस काम में स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और जिला अधिकारी अहम भूमिका निभाएंगे।