दुर्ग में सुबह से धूप निकली हुई है। यहां बारिश का यलो अलर्ट जारी है।
छत्तीसगढ़ में हफ्तेभर से जारी बारिश की रफ्तार 1 जून से धीमी पड़ गई है। सिनॉप्टिक सिस्टम के बदलाव के चलते अगले 5 दिन मौसम ड्राई रहेगा। यानी इस दौरान बहुत ज्यादा बारिश होने की संभावना नहीं है। अगले 48 घंटे में अधिकतम तापमान में 2-4 डिग्री की बढ़ोतरी हो
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मौसम विभाग ने आज बिलासपुर संभाग को छोड़कर रायपुर, दुर्ग, सरगुजा और बस्तर संभाग के जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान जिलों में बादल गरजने के साथ बिजली गिरने की आशंका है। वहीं बिलासपुर संभाग के जिलों में मौसम सामान्य रहेगा।
वहीं पिछले 24 घंटे की बात करें तो प्रदेश में अधिक तापमान 39.3 डिग्री बिलासपुर का रहा, जबकि सबसे कम तापमान 21.2°C गौरेला-पेंड्रा-मरवाही का रहा। इसके अलावा प्रदेश में बारिश की बात करें तो कोरबा जिले में 60 मिलीमीटर बारिश हुई।
प्रदेश के जिलों में ऐसा रहा अधिकतम तापमान ।
पिछले 24 घंटे में यहां हुई बारिश
शहर | बारिश |
कोरबा | 60 मिमी |
पौड़ी | 60 मिमी |
उपरोरा | 60 मिमी |
धरमजयगढ़ | 50 मिमी |
सीतापुर | 30 मिमी |
पेंड्रा रोड | 30 मिमी |
नरहरपुर | 30 मिमी |
अभनपुर | 20 मिमी |
चांदो | 20 मिमी |
मैनपाट | 20 मिमी |
बालोद | 20 मिमी |
वाड्रफनगर | 20 मिमी |
मंदिरहसौद | 20 मिमी |
रघुनाथ नगर | 20 मिमी |
रायपुर | 20 मिमी |
गोबरा नवापारा | 10 मिमी |
सरोना | 10 मिमी |
पाटन | 10 मिमी |
रामानुजनगर | 10 मिमी |
करतला | 10 मिमी |
पुसौर | 10 मिमी |
हरदीबाजार | 10 मिमी |
बलरामपुर | 10 मिमी |
धमतरी | 10 मिमी |
देवभोग | 10 मिमी |
भखारा | 10 मिमी |
नगरी | 10 मिमी |
जनकपुर | 10 मिमी |
भरतपुर | 10 मिमी |
घरघोड़ा | 10 मिमी |
अहिवारा | 10 मिमी |
चारामा | 10 मिमी |
बारिश की रफ्तार में लगातार हो रहा उतार-चढ़ाव
पिछले 6 दिन में बारिश की रफ्तार भी फ्लक्चुएट होती रही है। रविवार को सिर्फ कुछ जिलों के स्थानों पर बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 5 दिनों तक प्रदेश के मौसम ड्राई रहेगा। हालांकि इस दौरान कुछ जिलों में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है।
पिछले 6 दिन में बारिश की रफ्तार भी फ्लक्चुएट होती रही है। कई इलाकों में जोरदार बारिश हुई है।
प्रदेश के जिलों में यलो अलर्ट इंफोग्राफिक से समझिए
गरज-चमक, बिजली और ओले गिरने के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
- गड़गड़ाहट सुनने के बाद घर के अंदर जाए या सुरक्षित पक्के आश्रय में रहें ।
- अगर कोई आश्रय उपलब्ध नहीं है तो तुरंत उखडू बैठ जाएं।
- पेड़ों के नीचे न ठहरें।
- बिजली लाइन से दूर रहें।
- इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग न करें।
लंबा रह सकता है मानसून
मानसून के केरल पहुंचने की सामान्य तारीख 1 जून है। इस साल 8 दिन पहले यानी 24 मई को ही केरल पहुंच गया। मानसून के लौटने की सामान्य तारीख 15 अक्टूबर है। अगर इस साल अपने नियम समय पर ही लौटता है तो मानसून की अवधि 145 दिन रहेगी। इस बीच मानसून ब्रेक की स्थिति ना हो तो जल्दी आने का फायदा मिलता सकता है।