एक्टर-डायरेक्टर अनुराग कश्यप फिल्म फुले का सपोर्ट करने को लेकर विवादों में है। डायरेक्टर पर आरोप है कि उनके आपत्तिजनक बयानों से ब्राह्मण समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। जिसके चलते रायपुर के ब्राह्मण समाज के लोगों ने सोमवार को अनुराग कश्यप
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थाने में शिकायत करने बाद सभी ने अनुराग कश्यप के विरोध में जमकर नारेबाजी कर गिरफ्तारी की मांग की । गौरतलब है किसमाज सुधारक जोड़ी ज्योतिबा फुले और सावित्री बाई फुले की जिंदगी पर बनी फिल्म की रिलीज टालने को लेकर अनुराग कश्यप भड़क गए थे। डायरेक्टर ने ब्राह्मणों के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया था। इसी के कारण देश भर में ब्राह्मण समाज के लोग कश्यप के खिलाफ पुलिस में शिकायत कर रहे है।
थाने के बाहर नारेबाजी करते ब्राह्मण समाज के लोग।
अनुराग की दो पोस्ट…
पहली, जिस पर विवाद हुआ
अनुराग ने ब्राह्मण समुदाय के लिए गलत शब्दों का यूज किया
दरअसल, ‘फुले’ फिल्म पर कॉन्ट्रोवर्सी चल रही है। इसकी रिलीज में देरी और CBFC के बदलावों से परेशान होकर अनुराग ने केंद्र सरकार, ब्राह्मण समुदाय और सेंसर बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन पर कई सवाल उठाए थे। इसके बाद कश्यप को ब्राह्मण समुदाय ने जमकर ट्रोल किया था।
अनुराग पर निशाना साधते हुए एक यूजर ने लिखा था- ब्राह्मण तुम्हारे बाप हैं, जितना तुम्हारी उनसे सुलगती, उतना तुम्हारी सुलगाएंगे। इसका जवाब देते हुए डायरेक्टर ने आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था।
दूसरी पोस्ट, जिसमें माफी मांगी
धमकी मिलने के बाद अनुराग माफी मांगी
हालांकि, बाद में जब अनुराग को ट्रोल किया गया और उनकी बेटी को धमकी दी गई तो उन्होंने माफी मांगी। अनुराग कश्यप ने ब्राह्मण समुदाय पर दिए अपने आपत्तिजनक बयान पर माफी मांगी। शुक्रवार देर रात उन्होंने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया।
उन्होंने लिखा था- मैं माफी मांगता हूं, पर ये मैं अपनी पोस्ट के लिए नहीं बल्कि उस एक लाइन के लिए मांग रहा हूं, जिसको गलत तरह से लिया गया और नफरत फैलाई गई। कोई भी एक्शन या स्पीच आपकी बेटी, परिवार, दोस्त और जानने वालों से ज्यादा नहीं। उन्हें रेप की धमकी मिल रही है, जान से मारने की धमकी दी जा रही है। जो खुद को संस्कारी कहते हैं, वो लोग ये सब कर रहे हैं।
उन्होंने आगे लिखा- तो कही हुई बात वापस नहीं ली जा सकती और न लूंगा, लेकिन मुझे जो गाली देनी है दो। मेरे परिवार ने न कुछ कहा है और न कहता है। इसलिए अगर मुझसे माफी ही चाहिए तो ये मेरी माफी है। ब्राह्मण लोग औरतों को बख्श दो, इतना संस्कार तो शास्त्रों में भी है, सिर्फ मनुवाद में नहीं है। आप कौन से ब्राह्मण हो तय कर लो? बाकी मेरी तरफ से माफी।
11 अप्रैल को रिलीज होनी थी फिल्म
दरअसल, प्रतीक गांधी और पत्रलेखा स्टारर फिल्म फुले विवादों में घिरी हुई है। समाज सुधारक जोड़ी ज्योतिबा फुले और सावित्री बाई फुले की जिंदगी पर बनी इस फिल्म की रिलीज को टाल दिया गया था। फिल्म पहले 11 अप्रैल को रिलीज होनी थी। फिल्म पर जातिवाद फैलाने के इल्जाम लगाए गए।
विवादों के चलते फिल्म की रिलीज डेट 25 अप्रैल कर दी गई है। वहीं, CBFC ने इसे ‘यू’ सर्टिफिकेट दिया है। सेंसर बोर्ड ने मेकर्स को इसमें कई बदलाव करने के लिए भी कहा।
फिल्म में से हटाए गए कई शब्द
बता दें, फिल्म में सेंसर बोर्ड ने कई बदलाव करने के लिए मेकर्स को कहा था। फिल्म से ‘मांग’, ‘महर’, ‘पेशवाई’ जैसे शब्दों को हटवाया गया। साथ ही ‘3000 साल पुरानी गुलामी डायलॉग को भी बदलकर ‘कई साल पुरानी गुलामी’ करवा दिया गया था। फिल्म का निर्देशन अनंत महादेवन ने किया है।