मुख्य आरोपी पूर्व टीआई शंकरलाल झरिया।
नरसिंहपुर जिले में एक सेवानिवृत्त थाना प्रभारी ने समधी से बदला लेने के लिए एक निर्दोष शख्स की हत्या करवाई। करेली पुलिस ने शुक्रवार को पूर्व थाना प्रभारी शंकरलाल झारिया और हत्यारे बसंत वंशकार को गिरफ्तार कर लिया है।
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11 जून को खिरिया गांव में अमोल झारिया के घर के बाहर खुलरी निवासी नारायण काछी का शव मिला। नारायण क्षेत्र में घूम-घूमकर अपना जीवन यापन करता था। जांच में पता चला कि अमोल के समधी शंकरलाल झारिया ने बसंत वंशकार को 50 हजार रुपए देकर हत्या करवाई।
समधी और बहू से बदला लेने रची साजिश
शंकरलाल ने शव को अमोल के घर के सामने रखवाया। उनका मकसद था कि हत्या का शक अमोल पर जाए। दरअसल, एक साल पहले शंकरलाल की बहू ने उनके खिलाफ दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज कराया था। इस मामले में उन्हें समधी और बहू से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी पड़ी थी।
हत्यारे को नया मोबाइल और सिम कार्ड दिया
करेली थाना प्रभारी प्रियंका केवट के मुताबिक, शंकरलाल ने बसंत को नया मोबाइल और सिम कार्ड दिया था। इससे वे हत्या की योजना पर बात कर सकें। जांच में दोनों के बीच लगातार संपर्क की पुष्टि हुई। पुलिस ने बसंत को भोपाल से और शंकरलाल को उनके घर से गिरफ्तार किया। दोनों को जेल भेज दिया गया है।
कोर्ट ने आरोपी शंकरलाल झारिया को जेल भेज दिया है।
एएसपी संदीप भूरिया ने कहा कि मामले की जांच एसपी के निर्देशन में गठित विशेष टीम ने की है। आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली गई है। जांच जारी है और जो भी नए तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।