आरोपी श्वेता तिवारी को पुलिस कर्मी कोर्ट ले गए।
नर्मदापुरम में अचार-पापड़ का व्यापार कर किसानों को ठगने वाली एक महिला को मारपीट की शिकायत दर्ज कराना महंगा पड़ गया। महिला श्वेता तिवारी मुकदमा दर्ज कराने के लिए गुरुवार को देहात थाना पहुंची थी। पुलिस ने उसकी तरफ से उसके मामा के बेटे यश दुबे के खिलाफ म
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इसके साथ ही श्वेता तिवारी को भी पुलिस ने एक चेक बाउंस के मामले में अरेस्ट किया और डोलरिया थाने को सुपुर्द कर दिया। वह लंबे समय से फरार थी। चेक बाउंस केस में उसका स्थाई वारंट जारी था, जिसे डोलरिया पुलिस 6 महीने से ढूंढ रही थी।
जिससे रुपए लिए वह भी पहुंचे गुरुवार को देहात थाने से मारपीट का मुकदमा दर्ज कराने जाने के बाद पुलिस ने उसे अरेस्ट किया। एमएलसी के लिए अस्पताल लाया गया। जहां श्वेता तिवारी ने मीडिया को देख छुपने का प्रयास किया। इस दौरान महिला ने जिनसे रुपए का लेनदेन किया था। वे भी अस्पताल पहुंच गए। महिला को कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया। डोलरिया थाना प्रभारी खुमान सिंह ने बताया चेक बाउंस मामले में महिला का स्थाई वारंट था। जो फरार थी। आज उसे देहात थाना पुलिस की मदद से गिरफ्तार कर लिया।
किसान ठगने, मकान पर कब्जा करने का आरोप हरदा बायपास सांई दर्शन कॉलोनी निवासी श्वेता तिवारी आचार-पापड़ का व्यापार करती है। दिसंबर 2024 में माखननगर के कुछ किसानों ने महिला पर लाखों रुपए की ठगी और एक मकान मालिक ने किराये के मकान पर कब्जा करने का आरोप लगाया था।
किसान राजेश सिंह राजपूत, ग्राम झालसर सेठ के किसान अन्नू वर्मा ने आरोप लगाया था कि महिला ने उनसे 23 लाख और 5 लाख रुपए की मूंग खरीदी। बदले में उसने चेक दे दिए। जब किसान बैंक चेक भुगतान कराने गए तो खाते में रुपए न होने से चेक बाउंस हो गए।
किसान अन्नू वर्मा ने शिकायत में बताया था कि महिला से रुपए मांगे तो महिला ने रेप के झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। नर्मदापुरम निवासी दिलीप सराठे ने आरोप लगाया था कि महिला ने 11 महीने का एग्रीमेंट कर मकान किराए से लिया। जिसने न किराया समय पर दिया था, न बिजली बिल जमा। मकान खाली करने पर उल्टा हमसे रुपए की अड़ीबाजी कर रही थी। देहात थाने में किसान व कुछ लोगों ने शिकायत की थी।