गांधीनगर क्षेत्र स्थित एक रेस्टोरेंट में दर्दनाक हादसे में चार साल के मासूम की जान चली गई। झुलसी हालत में अस्पताल में भर्ती कराए गए बच्चे ने इलाज के 7वें दिन दम तोड़ दिया।
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प्रारंभिक जांच में आग लगने की वजह स्टोव मानी जा रही है, लेकिन घटनास्थल से बरामद जली हुई पॉलीथिन और अन्य साक्ष्यों के आधार पर पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। पुलिस के अनुसार, मृतक मासूम की पहचान अहमद हसन (4) के रूप में हुई है।
अहमद के पिता अब्दुल हसन उसी रेस्टोरेंट में काम करते हैं, जिसके ऊपरी हिस्से में उनका परिवार रहता है। 10 जून की दोपहर अहमद अपनी बहन के साथ खेल रहा था, तभी अचानक उसकी चीख सुनाई दी।
मां दौड़कर कमरे में पहुंची तो देखा कि बच्चा आग में झुलस रहा था। शोर सुनकर नीचे से पिता और रेस्टोरेंट के कर्मचारी भी ऊपर पहुंचे और मिलकर किसी तरह आग बुझाई, लेकिन तब तक अहमद का चेहरा और सीना बुरी तरह जल चुके थे।
परिजन उसे तत्काल अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां सात दिन तक इलाज चलने के बाद रविवार को उसकी मौत हो गई।
थाना प्रभारी बृजेंद्र मर्सकोले के मुताबिक, मामले की जांच की जा रही है। घटनास्थल से जली हुई पॉलीथिन और स्टोव बरामद हुआ है, लेकिन आग कैसे लगी, यह अब तक साफ नहीं हो सका है। तकनीकी जांच और साक्ष्य के आधार पर कारणों की पुष्टि की जाएगी।
घटना के समय सबसे पहले मां ही मौके पर पहुंची थी। मां ही आग लगने की पूरी स्थिति की चश्मदीद है, लेकिन बेटे की मौत के बाद से वह सदमे में है और कोई बयान नहीं दे सकी है। मृतक का परिवार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के उरई जिले का रहने वाला है। परिजन बच्चे का शव लेकर उरई गए हैं।
पुलिस अब उनके लौटने का इंतजार कर रही है ताकि मां से बयान लिए जा सकें। पुलिस का कहना है कि जांच में यह भी देखा जाएगा कि आग किसी की लापरवाही से लगी या फिर हादसा महज एक संयोग था।
रेस्टोरेंट जैसे स्थान पर बच्चों की सुरक्षा को लेकर सतर्कता बरतने के दिशा-निर्देश पहले से तय हैं। यदि किसी स्तर पर चूक सामने आती है, तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।