वाराणसी ट्रैफिक पुलिस लाइन में क्राइम मीटिंग करते पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल।
वाराणसी पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के रियलटी टेस्ट में शहर के थाने और थानेदारों की पोल खुल गई। रोहनिया थाने की रिपोर्ट सबसे खराब निकली और थानेदार ने पीड़ित को थाने से भगा दिया। सीपी की ओर से भेजे गए होमगार्ड और फालोवर के साथ थानेदार समेत अन्य दरोगा न
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सीएम डेशबोर्ड के विभिन्न पैरामीटर में थाना रोहनिया जिले में सबसे निम्न पायदान पर मिला। रिपोर्ट के बाद पुलिस ने कमिश्रर ने रोहनिया के इंस्पेक्टर विवेक कुमार को लाइन हाजिर कर दिया। रोहनिया समेत रामनगर, जंसा थाने में नए थानेदारों को तैनाती भी दी। वहीं चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को लेकर बनाई गई सीपी की 5 टीम थानों पर फीडबैक लेती रहेगी।
पुलिस कमिश्नर के साथ सभी जोन के डीसीपी शामिल रहे।
रविवार रात पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने यातायात लाइन स्थित सभागार में सैनिक सम्मेलन व मासिक अपराध समीक्षा गोष्ठी की। सैनिक सम्मेलन में पुलिसकर्मियों ने विभागीय बाबुओं की जमकर शिकायत की। बताया कि फाइलों के निस्तारण के लिए लिपिक की जिम्मेदारी पर बैठे दरोगा और सिपाही दफ्तर के चक्कर लगवाते हैं। गर्मी में पंखा कूलर समेत थाने पर दुश्वारियां भी बताई।
सीपी ने पुलिस कर्मियों की समस्याओं के निराकरण में रूचि न लेकर शिथिलता बरतने वाले बाबुओं को भी चिन्हित कर उनके विरूद्ध विभागीय कार्रवाई का निर्देश दिया। वहीं थानों में कूलर, पंखे, वाटर कूलर, इनवर्टर, तख्त आदि संसाधनों को शीघ्र उपलब्ध कराने के लिए ACP लाइन और RI को निर्देशित किया।
उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी की समस्या व्यक्तिगत हो या ड्यूटी से संबंधित वह खुद को अकेला ना समझे। पुलिस विभाग एक परिवार है और हर सदस्य मूल्यवान है। थाना स्तर पर भी प्रत्येक माह पर सैनिक सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। थानेदारों से हर महीने थाना स्तर पर सैनिक सम्मेलन तय करने का निर्देश दिया।
पुलिस कमिश्नर ने क्राइम मीटिंग में जिले के सभी एसीपी और थानेदारों से सवाल किए।
DCP-ACP और थानेदारों को दिए निर्देश
पुलिस कमिश्नर ने मासिक अपराध समीक्षा में जनशिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण, महिला अपराधों के प्रति जीरो टालरेंस, प्रत्येक घटना की सूचना पर त्वरित कार्यवाही, सुगम यातायात व्यवस्था एवं साइबर अपराध के प्रति जनजागरूकता अभियान चलाने की बात कही। बताया कि जनशिकायतों का गुणात्मक एवं प्रभावी निस्तारण सर्वोच्च प्राथमिकता, पुलिसकर्मियों की कार्य कुशलता के मूल्यांकन का आधार होगा।
प्रत्येक घटना पर संवेदनशीलता के साथ कार्रवाई करें, छोटी घटना समझकर टाल-मटोल न किया जाये। महिला सम्बन्धी अपराधों पर जीरो टॉलरेंस हो और थाना स्तर पर शोहदों की सूची बनाकर निगरानी करें। टॉप-10 व सक्रिय अपराधियों की गतिविधियों के अनुरूप कार्रवाई की जाए। ऑपरेशन चक्रव्यूह’ के बिना नम्बर, काली फिल्म और दो पहिया पर तीन सवारी पर प्रभावी कार्रवाई हो।
गौ तस्कर, मादक पदार्थों के तस्कर, जुआ/ सट्टा व स्पा सेन्टर की आड़ में चल रहे अनैतिक कृत्यों पर छापेमारी करें। साइबर अपराध एक नई चुनौती, साइबर थाना/सेल में नियुक्त पुलिसकर्मियों को व्यापक प्रशिक्षण एवं आम जनमानस को “डिजिटल सुरक्षा” के प्रति जागरूक किये जाने का निर्देश दिया।
ट्रैफिक मैनेजमेंट से जनता को दें सहूलियत
सीपी ने कहा कि सुगम यातायात के लिए यातायात मित्रों के महत्वपूर्ण सुझावों पर अमल करके जनता को बेहतर व्यवस्था दें। यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए चिह्नित चौराहों और मार्गों पर उत्तरदायी अधिकारी यातायात मित्र बनाने के साथ नियमित बैठकें करें। अतिक्रमण हटाने आदि के संदर्भ में फीडबैक लेकर कार्रवाई करें।
गोष्ठी में अपर पुलिस आयुक्त कानून-व्यवस्था एवं मुख्यालय शिवहरी मीणा, डीसीपी वरुणा प्रमोद कुमार, डीसीपी काशी गौरव बंसवाल, डीसीपी गोमती आकाश पटेल, डीसीपी क्राइम सरवणन टी., एसीपी चेतगंज गौरव कुमार, एसीपी दशाश्वमेध अतुल अंजान त्रिपाठी, एसीपी भेलूपुर ईशान सोनी, एसीपी पिंडरा प्रतीक कुमार समेत अपर पुलिस उपायुक्त, सहायक पुलिस आयुक्त, थाना प्रभारी एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे ।