लखनऊ में पिछले साल के मुकाबले एक तिहाई कम ट्रांसफार्मर जले है। इस बार अफसरों ने ट्रांसफार्मरों की समय रहते क्षमता बढ़ाई, कई नए ट्रांसफार्मर लगाए गए और शहर को चार जोन में बांटकर प्रबंधन को बेहतर किया गया। इसका असर ये हुआ कि जहां 2024 में 715 ट्रांसफार
.
जोनवार पढ़े रिपोर्ट कार्ड
लखनऊ मध्य जोन के पुराने लखनऊ में इस बार 63 और 100 केवीए के एक भी ट्रांसफार्मर नहीं जले। 100 से 1000 केवीए के पिछलसाल 41 खराब हुए थे, इस बार सिर्फ 9 हुए है।
गोमती नगर जोन के ग्रामीण हिस्से में शामिल चिनहट और मुंशी पुलिया में पिछले साल 63 केवीए के 35 ट्रांसफार्मर जले थे, इस बार सिर्फ 6, 100 केवीए के एक भी नहीं जला। 100 से 1000 केवीए के 55 ट्रांसफार्मर जले थे, इस बार घटकर 5 रह गए।
जानकीपुरम जोन में 10 और 16 केवीए के पिछले साल 11 ट्रांसफार्मर जले थे, इस बार 25 और 63 केवीए के 86 से घटकर 17 और 100 से 1000 केवीए के 16 से घटकर 2 ही जले।
अमौसी जोन 90% ग्रामीण क्षेत्र वाला यह जोन पहले सबसे ज्यादा प्रभावित रहता था। इस बार 50% तक कमी आई। यह 10-16 केवीए के ट्रांसफार्मर 38 से घटकर 19, 25-63 केवीए के 222 से घटकर 137 और 100-1000 केवीए 12 से घटकर 4 हो गए है।