लुधियाना जिले के खन्ना में नेशनल हाईवे पर संदिग्ध हालातों में महिला के मर्डर केस में उसका पति ही कातिल निकला। पुलिस ने 12 घंटे में अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में सफलता हासिल की। आरोपी पति गौरव कुमार निवासी शिमलापुरी (लुधियाना) को गिरफ्तार कर लिया
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गौरव ने अपने ससुराल जाते समय रास्ते में कार को रोक अपनी पत्नी का गला घोंटा और फिर डैशबोर्ड के साथ दो बार सिर मारकर उसका मर्डर कर दिया था। बाद में उसे हादसा और लूटपाट दिखाने की कोशिश भी की। लेकिन वह अपनी झूठी कहानी को पुलिस के सामने सच नहीं बना सका।
कुरकुरे के बहाने बेटे को कार से उतारा
डीएसपी खन्ना अमृतपाल सिंह भाटी ने बताया कि गौरव कुमार जो शिमलापुरी में स्वीट्स शॉप चलाता है। उसकी शादी सहारनपुर की रहने वाली रीमा के साथ हुई थी। इनका 6 साल का बेटा भी है। घर में काफी क्लेश रहता था। अक्सर गौरव अपनी पत्नी को पीटता रहता था। रीमा को मिर्गी का दौरा पड़ता था। कुछ समय पहले उसका गर्भपात भी हो गया था। इसलिए रीना बीमार रहती थी।
7 जनवरी की सुबह गौरव कुमार अपनी पत्नी और बेटे को आई-20 कार में लेकर ससुराल के लिए निकला। खन्ना में पत्नी का मर्डर करने के बाद शव को वापस शिमलापुरी अपने घर ले गया। जहां साढ़े 7 बजे के करीब मर्डर किया और दोपहर 12 बजे खन्ना पुलिस को 112 पर फोन करके सूचना दी जाती है कि उसकी पत्नी का लूटपाट के इरादे से मर्डर कर दिया गया है।
पत्नी की हत्या करने वाला आरोपी गौरव।
आरोपी पति ने यह रची थी साजिश
गौरव ने पुलिस को पहले बताया कि वह जब सहारनपुर को जा रहा था, तो रास्ते में उनकी कार पंक्चर हो गई। खन्ना में नेशनल हाईवे पर गांव गगड़माजरा के पास उसने सर्विस लेन किनारे अपनी कार रोकी। दूसरी तरफ पेट्रोल पंप था। वह पंप से यह पूछना गया था कि इस समय हवा भर दी जाएगी। तभी उसका बेटा साथ जाने की जिद करने लगा तो वह अपने बेटे को साथ लेकर नेशनल हाईवे क्रॉस करके दूसरी तरफ गया।
वहां से पंप वालों ने कहा कि अभी हवा नहीं भरी जा सकती तो वह बेटे समेत वापस आया। कार में देखा कि उसकी पत्नी बेहोश थी। पत्नी का पर्स गायब था। वह घबरा गया और कार में पत्नी को लेकर वापस चला गया। साहनेवाल में एक अस्पताल में चेकअप कराया तो वहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद वह पत्नी का शव लेकर शिमलापुरी अपने घर चला गया। वहां परिवार वालों और दोस्तों को सारी कहानी बताई। फिर कंट्रोल रूम पर खन्ना पुलिस को सूचित किया।
विलाप करते मृतका के परिजन।
पुलिस की जांच में कहानी झूठी निकली
डीएसपी भाटी ने बताया कि गौरव अपने बयानों में खुद ही फंसता गया। पहले उसने बोला कि बेटा साथ जाने की जिद करने लगा तो जब उसके बेटे को अकेले पूछा गया तो उसने पुलिस को बताया कि पापा उसे कुरकुरे दिलाने की बात कहकर साथ ले गए थे और फिर कुरकुरे नहीं दिलाए। टायर पंक्चर वाली बात भी झूठी निकली। क्योंकि इसी टायर से गौरव कार को वापस शिमलापुरी ले गया।
गहराई से जांच करने पर गौरव ने खुद अपना अपराध स्वीकार करते हुए पुलिस को बताया कि रास्ते में उसका पत्नी के साथ तकरार हो गया था। उसने अपने बेटे को कुरकुरे का लालच देकर कार से बाहर निकाल दिया। इसी बीच अपनी पत्नी का गला घोंटा और सिर दो बार डैशबोर्ड में मारा। जिससे उसकी पत्नी बेहोश हो गई। वह बेटे को लेकर पेट्रोल पंप पर चला गया और फिर वापस कार लेकर घर चला गया। उसकी पत्नी की मौत हो चुकी थी।